Modi Surname Case: मोदी सरनेम मामले में सूरत की कोर्ट से राहुल गांधी को दोषी ठहराने और उनकी लोकसभा सदस्यता जाने के बाद पूरा विपक्ष भाजपा पर हमलावर है। उधर, भाजपा नेता और राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य खुशबू सुंदर का पांच साल पुराना एक ट्वीट वायरल हो रहा है जिसे लेकर कांग्रेस ने पूछा है कि क्या उनके (खुशबू सुंदर) खिलाफ भी कार्रवाई होगी?
दरअसल, 2018 में जब खुशबू कांग्रेस में थीं, तब उन्होंने ट्वीट किया था। उन्होंने लिखा था कि यहां मोदी, वहां मोदी, जहां देखो मोदी… लेकिन ये क्यों? हर मोदी के आगे भ्रष्टाचारी सरनेम लगा हुआ है। #मोदी मतलब भ्रष्टाचार…। आइये इसके अर्थ को बदलें।
BJP leader Khushbu Sundar literally said all corrupt have Modi surname…
Will she be charged & convicted? pic.twitter.com/I22vH3xkkM
---विज्ञापन---— Spirit of Congress✋ (@SpiritOfCongres) March 24, 2023
खुशबू सुंदर के पांच साल पुराने ट्वीट के स्क्रीनशॉट को कई कांग्रेस नेताओं ने शेयर कर पूछा कि क्या गुजरात के मंत्री पूर्णेश मोदी खुशबू सुंदर के खिलाफ मामला दर्ज करेंगे? बता दें कि खुशबू सुंदर भारतीय जनता पार्टी की नेती हैं और राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य हैं। बीजेपी में शामिल होने से पहले वो कांग्रेस पार्टी में थीं।
23 को सजा, 24 को गई राहुल गांधी की सदस्यता
सूरत की एक अदालत ने गुरुवार (23 मार्च) को राहुल गांधी को उनकी मोदी उपनाम टिप्पणी के लिए दो साल की सजा का आदेश दिया और शुक्रवार (24 मार्च) को राहुल गांधी को लोकसभा से अयोग्य घोषित कर दिया गया। इसने राजनीतिक प्रतिशोध के रूप में निर्णय की निंदा करते हुए सभी विपक्षी दलों के साथ एक बड़े राजनीतिक विवाद को जन्म दिया है।
मोदी जी @narendramodi क्या आप @khushsundar पर भी मान हानि का मुक़दमा मोदी नाम वाले अपने किसी शिष्य से दायर करवाएँगे? अब तो वे @BJP4India की सदस्य हैं। देखते हैं। धन्यवाद @zoo_bear @INCIndia @RahulGandhi https://t.co/qIibuycY6n
— digvijaya singh (@digvijaya_28) March 25, 2023
कांग्रेस ने लोकसभा से राहुल गांधी की अयोग्यता के खिलाफ देशव्यापी आंदोलन की घोषणा की, जबकि पार्टी सूरत अदालत के आदेश को उच्च न्यायालय में चुनौती देगी।
राहुल की सदस्यता जाने पर बोलीं खुशबू
राहुल गांधी के लोकसभा से निलंबन पर खुशबू सुंदर ने ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रिया दी। भाजपा नेता ने कहा, ”उन्होंने (राहुल गांधी) कुछ दिन पहले कहा था कि वह दुर्भाग्य से सांसद हैं। उनके शब्द सच हो गए हैं। कहानी से यही सीख मिलती है कि सकारात्मक सोचें। नकारात्मकता आपको कहीं नहीं ले जाती है।
Manmohan Singh ji wanted to bring in an ordinance on SC judgment passed in 2013. @RahulGandhi tore it into pieces. Ironically, his disqualification comes from the same judgment.
#Karma— KhushbuSundar (Modi ka Parivaar) (@khushsundar) March 24, 2023
खुशबू ने ट्वीट किया, “मनमोहन सिंह जी 2013 में पारित सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर अध्यादेश लाना चाहते थे। @RahulGandhi इसे टुकड़ों में फाड़ दिया। विडंबना यह है कि उनकी अयोग्यता उसी फैसले के तहत हुई है।”