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‘फर्जी’ बनना चाहते थे ‘सुपरकॉप’, फिजिकल से लेकर डॉक्यूमेंट तक इस तरह चला ‘खेल’

पुलिस के अनुसार फिजिकल टेस्ट देने आए कुछ ऐसे अभ्यर्थियों का चेहरा सीसीटीवी ने कैद किया जो एक बार से अधिक बार टेस्ट देने पहुंचे थे।

Author Edited By : Amit Kasana Updated: Apr 10, 2025 19:23

कभी ऐसा दौर था कि वर्दी पहने पुलिसकर्मी को देख बदमाश घरों में छिप जाया करते थे। लेकिन अब बदमाश खुद ‘साहब’ बनने में जुटे हैं। दरअसल, बिहार पुलिस ने फर्जीवाड़ा कर पुलिस में सिपाही भर्ती होने वाले लोगों का भंडाफोड़ किया है। अब तक करीब 800 ऐसे लोगों का पता लग चुका है। पुलिस ने इनकी पहचान के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और साइबर एक्सपर्ट का यूज किया।

21391 नियुक्तियों के लिए किया था 1.78 लाख लोगों ने आवेदन

जानकारी के अनुसार बिहार पुलिस में साल 2024 में सिपाही पद के लिए कुल 21391 नियुक्तियां निकाली गई थी। सरकारी आंकड़ों के अनुसार इसके लिए कुल 1.78 लाख आवेदन आए थे। भर्ती के लिए बकायदा लिखित और फिर दिसंबर 2024 में फिजिकल प्रशिक्षण हुआ था। फिजिकल जांच के दौरान पता चला कि कुछ लोग एक से अधिक बार फिजिकल टेस्ट देने पहुंचे हैं।

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आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने पकड़वाए ‘फर्जी’ साहब

बिहार पुलिस अधिकारियों के मुताबिक जहां पर फिजिकल जांच हो रही थी, वहां बड़ी संख्या में सीसीटीवी कैमरा लगाए गए थे। इन कैमरों ने ऐसे अभ्यर्थियों के चेहरे पकड़े जो एक से ज्यादा बार टेस्ट देने पहुंचे थे। जब इनके बारे में पता किया गया तो सामने आया कि ये नाम बदलकर-बदलकर किसी ओर के लिए टेस्ट देने पहुंचे हैं। इनकी जांच की गई, जांच में तथ्य सही निकले, जिसके बाद इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।

700 से ज्यादा लोगों के खिलाफ की गई एफआईआर 

पुलिस अधिकारियों के अनुसार मार्च में कुल 240 लोग और अप्रैल में करीब 550 लोगों के बारे में पता चला है जो फर्जीवाड़ा कर पुलिस में सिपाही भर्ती होना चहाते थे। इनमें से कुछ किसी दूसरे की जगह फिजिकल टेस्ट दिया और किसी ने फर्जी डॉक्यूमेंट पेश किए हैं। अब बिहार पुलिस ने इन सभी के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में एफआईआर दर्ज की है। पुलिस सूत्रों की मानें तो अभी इस मामले में और गिरफ्तारियां हो सकती हैं। फिलहाल मामले में जांच जारी है।

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रैकेट में शामिल लोगों की धरपकड़ के लिए दबिश जारी 

पुलिस की मानें तो ऐसे लोगों की भी तलाश की जा रही है जो फर्जी डॉक्यूमेंट बनाते हैं। इसके अलावा इस पूरे मामले में जिन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई हैं उनका पुराना आपराधिक रिकॉर्ड भी खंगाला गया है। पुलिस भागलपुर, मुंगेर, गया, लखीसराय, बांका, बेगूसराय, मधुबनी, जमुई, सिवान, मधेपुरा, समस्तीपुर, रोहतास, नालंदा, वैशाली आदि जिलों में छापेमारी कर रही है।

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First published on: Apr 10, 2025 07:23 PM

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