नई दिल्ली: दिल्ली के तिहाड़ जेल में गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की सरेआम हत्या कर दी गई थी। इस मामले के बाद दिल्ली में 80 जेल अधिकारियों का तबादला कर दिया गया है। कथित तौर पर प्रतिद्वंद्वी गिरोह के सदस्यों द्वारा 2 मई को उनकी हत्या कर दी गई थी। एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, टिल्लू ताजपुरिया हत्याकांड को अधिकारियों ने गंभीरता से लिया था।
बीते गुरुवार को ही गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की हत्या से जुड़े मामले में दिल्ली हाईकोर्ट ने जेल प्रशासन को फटकार लगाई थी। कोर्ट ने कहा कि इस मर्डर को लेकर जो सीसीटीवी कैमरे में नजर आ रहा है, वो परेशान करने वाला है। जब ये पूरा वाक्या घट रहा था तो सुरक्षाकर्मियों ने उसे रोकने के लिए समय रहते कोई एक्शन क्यों नहीं लिया? ये केस चेतना को झकझोर देने वाला है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था हत्या का वीडियो
सोशल मीडिया पर वायरल एक सीसीटीवी वीडियो में कथित तौर पर ताजपुरिया पर सुरक्षाकर्मियों के सामने हमला करते हुए और उसे चाकू मारने के बाद ले जाते समय भी दिखाया गया है। मरते हुए ताजपुरिया को ले जाते समय बार-बार छुरा घोंपा गया तब कर्मियों ने कुछ नहीं किया।
24 दिन पहले हुई थी टिल्लू की हत्या
गैंगस्टर टिल्लू की 24 दिन पहले यानी 2 मई को हत्या कर दी गई थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, गोगी गैंग के दीपक उर्फ तीतर, योगेश उर्फ टुंडा, राजेश और रियाज खान को हत्या का आरोपी बनाया गया है। जांच में सामने आया है कि सभी आरोपी पिछले एक-दो साल से टिल्लू की हत्या की प्लानिंग कर रहे थे। टिल्लू की हत्या का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था जिसमें सभी आरोपी बेरहमी से टिल्लू की चाकू मारकर हत्या करते दिखे थे। इस दौरान पुलिस भी मौके पर मौजूद थी लेकिन कोई भी पुलिसकर्मी आरोपियों को रोकने की कोशिश नहीं की।
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