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असम के CM हिमंत बिस्वा ने राहत पैकेज के लिए PM मोदी से की मुलाकात, राहुल के मणिपुर दौरे साधा निशाना

नई दिल्ली: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने गुरुवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। उन्होंने राज्य में आई बाढ़ की अपडेट दी है। सीएम वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से भी मुलाकात की और राहत पैकेज की मांग की है। 24 घंटे के भीतर उत्तरी गुवाहाटी में चार और लोगों की […]

Author Edited By : Bhola Sharma Updated: Jun 29, 2023 21:13
Assam CM Himanta Biswa Sarma Meet PM Narendra Modi
Assam CM Himanta Biswa Sarma Meet PM Narendra Modi

नई दिल्ली: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने गुरुवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। उन्होंने राज्य में आई बाढ़ की अपडेट दी है। सीएम वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से भी मुलाकात की और राहत पैकेज की मांग की है। 24 घंटे के भीतर उत्तरी गुवाहाटी में चार और लोगों की जान गई है। इसके बाद बाढ़ से मरने वालों की संख्या बढ़कर 11 हो गई। 38 हजार लोग अब भी बाढ़ से प्रभावित हैं।

हिमंत बिस्वा सरमा ने राहुल गांधी के मणिपुर दौरे पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि मणिपुर की मौजूदा स्थिति को नियंत्रित करने का काम केंद्र व राज्य सरकार को करना है। ऐसे में किसी भी नेता के दौरा करने से कोई नतीजा नहीं निकलेगा। इस स्थिति में हमें राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश नहीं करनी चाहिए।

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चार जिले बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित

असम में बाढ़ की स्थिति में गुरुवार को सुधार हुआ। लेकिन चार जिले बारपेटा, कामरूप, लखीमपुर और सोनितपुर अभी भी बाढ़ के पानी से घिरे हुए हैं। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (ASDMA) की के अनुसार, उत्तरी गुवाहाटी में गुरुवार को बाढ़ के कारण चार लोगों की मौत हो गई। अब तक मरने वालों की संख्या 11 हो गई है। बाढ़ के कारण 37,700 से अधिक लोग प्रभावित हैं।

सबसे ज्यादा बारपेटा में 28 हजार से अधिक प्रभावित हैं। इसके बाद लखीमपुर में 9 हजार और सोनितपुर  में 400 लोग बाढ़ से घिरे हुए हैं। वर्तमान में, 253 गांव बाढ़ के पानी में डूबे हुए हैं और राज्य भर में 1,526.08 हेक्टेयर फसल बर्बाद हुई है।

अब कटान का कहर, नदियां खतरे से नीचे आईं

नलबाड़ी, सोनितपुर और तिनसुकिया से बड़े पैमाने पर कटाव की सूचना मिली है। कामरूप में कई स्थानों पर भारी बारिश के कारण भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं। कोकराझार, उदलगुरी, जोरहाट, बारपेटा, कामरूप, गोलपारा में बाढ़ के पानी से तटबंध, सड़कें, पुल और अन्य बुनियादी ढांचे क्षतिग्रस्त हो गए हैं। अधिकारियों ने कहा कि राज्य में कोई भी नदी खतरे के निशान से ऊपर नहीं बह रही है।

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First published on: Jun 29, 2023 09:13 PM

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