भारतीय सेना किसी भी तरह के संभावित खतरों से निपटने के लिए पूरी तरह से सचेत और सतर्क है। हाल ही में पाकिस्तान एक साथ हुए संघर्ष के बाद से भारतीय सेना लगातार सैन्य अभ्यास करते हुए अपनी तैयारियों को पुख्ता करने में जुटी हुई है। इसी कड़ी में भारत हाई एल्टीट्यूड वाले हथियार के परीक्षण के लिए अंडमान एयरस्पेस को आज 3 घंटे (सुबह 7 बजे से 10 बजे तक) के लिए बंद किया गया था और शनिवार को भी इसी समय एयरस्पेस को बंद करने की योजना है, क्योंकि शनिवार को फिर परीक्षण होगा।
24 मई को भी बंद रहेगा एयरस्पेस
न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, केंद्र शासित प्रदेश के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हाई एल्टीट्यूड वाले हथियार का परीक्षण करने के लिए शुक्रवार सुबह अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के ऊपर हवाई क्षेत्र को तीन घंटे के लिए बंद कर दिया गया था। परीक्षण के लिए अंडमान हवाई क्षेत्र को सुबह 7 बजे से 10 बजे तक प्रतिबंधित कर दिया गया था और शनिवार (24 मई) को भी इसी समय के लिए इसे बंद करने की योजना है।
3 घंटे बंद रहेगा एयरस्पेस
अंडमान के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘शुक्रवार की तरह, शनिवार को भी अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के ऊपर और आसपास का हवाई क्षेत्र तीन घंटे (सुबह 7 बजे से 10 बजे तक) के लिए बंद रहेगा।’ अधिकारी ने कहा कि बंद करने की योजना पहले से ही बना ली गई थी। उन्होंने कहा, ‘हमने 16 मई को NOTAM (नोटिस टू एयरमेन) जारी कर दिया था और निर्देश दिया था कि 23 मई और 24 मई को किसी भी नागरिक विमान को अंडमान के ऊपर से उड़ान भरने की अनुमति नहीं दी जाएगी। नोटम में उल्लेख किया गया है कि प्रतिबंधित क्षेत्र में दोनों दिन 01:30 से 04:30 UTC (सुबह 7 बजे से 10 बजे तक) के बीच लगभग 500 किलोमीटर की सीमा तक एयरस्पेस बंद रहेगा।
हाई एल्टीट्यूड हथियार का सफल परीक्षण
अधिकारी ने शुक्रवार के परीक्षण की सफलता की पुष्टि की। उन्होंने कहा, ‘हमने आज हाई एल्टीट्यूड वाले हथियार का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है और शनिवार को भी इसी तरह का परीक्षण किया जाएगा। यह अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह में एक नियमित अभ्यास है, क्योंकि हमने पहले भी इसी तरह के परीक्षण किए हैं।’
बता दें कि अंडमान और निकोबार कमांड (एएनसी) भारत की एकमात्र सैन्य कमान है जिसमें तीनों सशस्त्र बल- सेना, नौसेना और वायु सेना शामिल हैं। अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह में शुक्रवार को हाई एल्टीट्यूड पर किए गए परीक्षण के दौरान किस विशिष्ट प्रकार के हथियार का परीक्षण किया गया, इसका खुलासा रक्षा अधिकारियों ने नहीं किया है।
अंतिम प्रमुख परीक्षण ब्रह्मोस मिसाइल से संबंधित था
जानकारी के मुताबिक, इस क्षेत्र में पिछली बार प्रमुख हथियार परीक्षण दिसंबर 2022 में किया गया था, जब भारतीय वायु सेना ने ब्रह्मोस वायु-प्रक्षेपित मिसाइल के विस्तारित-रेंज संस्करण का सफलतापूर्वक परीक्षण किया था।