Airbase For Fighter Jet Operations Built In Nyoma: आपको याद हो, न हो.. लेकिन न्यूज 24 आपको जरूर याद दिलाएगा कि ठीक 3 साल पहले इंडियन एयरफोर्स ने किस तरह से ड्रैगन को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया था। आप इसकी वजह जान कर हैरान हो जाएंगे, क्योंकि कम समय में आर्म्स, गोला बारूद, युद्ध में इस्तेमाल होने वाले सभी सामान, यहां तक कि कई महीनों की रसद सामग्री के साथ LAC तक पहुचाने का काम किया था।
न्यूज 24 आपको एक्सक्लूसिव जानकरी दे रहा है कि लद्दाख से फाइटर जेट ऑपरेशन के लिए तीसरा एयरबेस हमारी सेना को मिलने जा रहा है। आपको बता दें कि फाइटर जेट ऑपरेशन के लिए तीसरा एयरबेस पूर्वी लद्दाख के न्योमा में बनेगा।
The Border Roads Organisation will be constructing World's highest fighter airfield at Nyoma in Ladakh. Shilanyas of this project will be done by Defence Minister Rajnath Singh on 12 Sep temper from Devak bridge in Jammu: BRO
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---विज्ञापन---— ANI (@ANI) September 10, 2023
बता दें कि जहां तीसरा एयरबेस बनेगा वो चीन की सीमा से महज 35 किलोमीटर दूर होगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह कल यानी 12 सितंबर को इसकी आधारशिला रखेंगे। जानकारी के मुताबिक, इसका निर्माण सीमा सड़क संगठन यानी BRO करेगी।
बीआरओ सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, करीब 3 साल में 218 करोड़ की लागत से यह बनकर तैयार होगा। फिलहाल, फाइटर जेट के लिए एयरबेस लेह और परतापुर में है। इसके अलावा लद्दाख में ही फुकचे, दौलत बेग ओल्डी और न्योमा में एडवांस लैंडिंग ग्राउंड है, जहां पर ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट टेक ऑफ और लैंडिंग कर सकते हैं।
जानकारी के मुताबिक, न्योमा एयरबेस इस साल के अंत तक फाइटर जेट के उड़ान के लिए पूरी तरह से तैयार हो जाएगा। खास बात कि इस एयरबेस को 14 हजार फीट की ऊंचाई पर बनाया जा रहा है। कहा जा रहा है कि ये दुनिया का सबसे ऊंचा एयरबेस होगा।