Nuh Violence: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सिर्फ 80 किलोमीटर दूर हरियाणा के नूंह जिले में 30 जुलाई (सोमवार) को हुई हिंसा के पांच दिन बाद शनिवार को तनाव के बीच शांति है। उधर, संभावित बवाल के मद्देनजर ज्यादातर इलाकों में स्थानीय पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्सेज की तैनाती अब भी बरकरार है। इस बीच स्थानीय पुलिस और प्रशासन की उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई जारी है।
इस कड़ी में रोहिंयाओं और अन्य आरोपितों की ओर से किए गए अवैध निर्माण को तोड़ने की कार्रवाई भी की जा रही है। शनिवार को भी कई इलाकों में अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलाने की योजना तैयार है। इससे पहले शुक्रवार को नूंह में 25 घरों और दुकानों के साथ रोहिंग्याओं की 250 झुग्गियों को बुलडोजर चला कर ढहा दिया गया। आरोप है कि 31 जुलाई की हिंसा में ये सभी शामिल थे, इसलिए कार्रवाई की कड़ी में इनके घरों-झुग्गियों पर बुलडोजर चलाया गया।
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हालात पर सरकार की नजर
नूंह में सोमवार को हुई हिंसा के बाद से ही हरियाणा सरकार इस पर नजर रखे हुए हैं। कार्रवाई की कड़ी में शुक्रवार देर शाम को ही नूंह के डीसी प्रशांत पंवार को हटा दिया गया है। उनकी जगह पर धीरेंद्र खड़ागटा को भेजा गया है। इससे पहले बृहस्पतिवार देर रात नूंह के एसपी वरुण सिंगला का ट्रांसफर कर दिया गया था। आरोप है कि नूंह में हिंसा के दौरान वह छुट्टी पर थे। उनकी जगह पर अब नरेंद्र बिजराणिया को नूंह का नया एसपी बनाया गया है।
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संवेदनशील जिलों में पैरामिलिट्री तैनात
नूंह में हुई हिंसा की चपेट में पड़ोसी जिले गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल के अलावा रेवाड़ी भी आया है। यहां पर भी पिछले दिनों छिटपुट हिंसा की खबरें आई थीं। इसके बाद से नूंह के साथ-साथ पलवल, फरीदाबाद और गुरुग्राम में हालात तनावपूर्ण हुए हैं। हालात नहीं बिगड़े, इसलिए चारों जिलों में पैरामिलिट्री फोर्स की 20 कंपनियां तैनात हैं।
इसके अलावा, नूंह, पलवल और फरीदाबाद के अलावा, गुरुग्राम के मानेसर, पटौदी व सोहना इलाके में इंटरनेट शुक्रवार रात 12 बजे तक बंद है। बता दें कि प्रदेश के 9 जिलों में धारा 144 अब भी लागू है।
नूंह हिंसा में अब 6 की मौत, 202 लोग गिरफ्तार
नूंह के साथ गुरुग्राम समेत अन्य जिलों में हुई हिंसा में अब तक 6 लोगों की जान जा चुकी है। इनमें 2 होमगार्ड गुरसेवक और नीरज, नूंह के शक्ति, पानीपत के अभिषेक, गुरुग्राम के इमाम और बादशाहपुर के प्रदीप शर्मा भी शामिल हैं।
सरकार के आधिकारिक बयान के अनुसार, पुलिस ने नूंह, गुरुग्राम और फरीदाबाद में हुई हिंसा के मामलों में कुल 102 केस दर्ज किए हैं, जबकि 202 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा, 78 लोगों को हिरासत में लिया गया।
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