Bhujangasana Benefits: योग का जीवन में अपना महत्व है। कहा जाता है कि जिसने योग को अपना लिया वो निरोग रहता है। हम देखते हैं कि भागदौड़ भरी लाइफस्टाइल में लोगों के पास योग या व्यायाम करने तक का समय नहीं मिल पाता, लेकिन सेहत को दुरुस्त रखने के लिए कुछ ऐसे योगासन हैं, जिनका अभ्यास सुबह नींद खुलने के बाद आप बेड पर ही कर सकते हैं। इन आसनों में भुजंगासन भी शामिल है।
आज हम आपके लिए भुजंगासन के फायदों के बारे में जानकारी दे रहे हैं, इस कोबरा पोज भी कहा जाता है। इस आसन की खास बात ये है कि यह रीढ़ की हड्डी को सीधी और लचीली बनाने के साथ फेफड़ों को खोलने में मददगार है। भुजंगासन दो शब्दों भुजंग और आसन से मिलकर बना है। अंग्रेजी में इस आसन को कोबरा पोज़ कहते हैं।
भुजंगासन करने का सरल तरीका
- सबसे पहले समतल जमीन पर दरी बिछाकर पेट के बल लेट जाएं।
- इसके बाद पुश अप मुद्रा में आकर शरीर के अगले हिस्से को उठाएं।
- इस आसान में धड़ को आगे की दिशा में उठाकर रखना होता है।
- इस मुद्रा में अपनी शारीरिक क्षमता अनुसार रहें।
- फिर पहली अवस्था में आ जाएं. इसे रोजाना दस बार जरूर करें।
भुजंगासन के जबरदस्त फायदे (Bhujangasana Amazing benefits)
- पीठ दर्द से आराम मिलता है।
- इससे मांसपेशियां मजबूत होती हैं।
- कंधों और बाहों को मजबूती प्रदान होता है।
- शरीर में लचीलापन बढ़ता है।
- तनाव और थकान को दूर करता है।
- भुजंगासन से हृदय स्वस्थ रहता है।
- अस्थमा के लक्षणों में आराम मिलता है।
- बेडौल कमर को पतली-सुडौल व आकर्षक बनाता है।
- इसे रोज़ाना करने से लंबाई बढ़ती है।
भुजंगासन के दौरान रखें ये सावधानियां
- हाथ, पीठ और गर्दन में दर्द या चोट है तो इसे न करें।
- हर्निया से पीड़ित व्यक्ति इस आसन को ना करें।
- पेट दर्द होने पर यह आसन ना करें।
- गर्भवती महिलाएं इस आसन को बिल्कुल ना करें।
- आसन करते समय अपने सर को पीछे की ओर ज्यादा ना झुकाएं वरना मांसपेशियों में खिंचाव आ सकता है।