नई दिल्ली: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए उज्बेकिस्तान के समरकंद गए हैं। शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गेनाइजेशन यानी SCO की बैठक का पहला राउंड खत्म हुआ। ऐतिहासिक शहर में पहला इन-पर्सन एससीओ शिखर सम्मेलन प्रमुख क्षेत्रीय सुरक्षा चुनौतियों और व्यापार, निवेश और ऊर्जा आपूर्ति जैसे मुद्दों पर विचार-विमर्श हुआ। इस दौरान PM मोदी ने कहा- भारत SCO सदस्यों के बीच अधिक सहयोग और विश्वास का समर्थन करता है।
भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को एससीओ शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि वह भारत को एक मैन्युफैक्चरिंग हब में बदलना चाहते हैं। पीएम ने आगे कहा कि भारत में 70 हजार से अधिक स्टार्ट अप हैं। हम विकाश पर ध्यान दे रहे हैं। भारत में आज 100 से अधिक यूनिकॉर्न है। हमें अर्थ व्यवस्था में 7.5% वृद्धि की आशा है, जो दुनिया की बड़ी इकोनॉमी में सबसे ज्यादा है। टेक्नोलॉजी के उचित उपयोग पर भी फोकस दिया जा रहा है। हम इनोवेशन का समर्थन कर रहे हैं।
दुनिया को बेहतर कनेक्टिविटी की जरूरत
उन्होंने कहा कि दुनिया कोविड महामारी से उबर रही है। यूक्रेन क्राइसिस और कोरोना की वजह से ग्लोबल सप्लाई चेन में कुछ दिक्कतें आई हैं। विश्व ऊर्जा और खाद्य संकट का सामना कर रहा है। SCO देशों के बीच सप्लाई चेन विकसित करने का प्रयास करना चाहिए। इसके लिए बेहतर कनेक्टिविटी की जरूरत है। पीएम मोदी के शिखर सम्मेलन से इतर द्विपक्षीय बैठकें करने की उम्मीद है, जिसमें रूसी राष्ट्रपति पुतिन और उज़्बेक राष्ट्रपति शवकत मिर्जियोयेव सहित अन्य नेता शामिल हैं।
इसके पहले शिखर सम्मेलन के परिसर पहुंचने पर पीएम मोदी की उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शवकत मिर्जियोयेव ने गर्मजोशी से स्वागत किया। शिखर सम्मेलन के बाद पीएम मोदी के कुछ द्विपक्षीय बैठकें भी करने का कार्यक्रम है।
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