नई दिल्ली: रूस-यूक्रेन जंग जारी है। इस बीच पोलैंड के बॉर्डर पर कथित रूसी मिसाइल के हमले के बाद हड़कंप मच गया है। इस अटैक में दो पोलैंड नागरिकों की मौत हो गई है। शुरुआत में ये दावा किया कि ये हमला रूस ने किया है। इस घटना के बाद पूरी दुनिया में विश्व युद्ध का शायरन बज गया क्योंकि पोलैंड नोटो देशों का सदस्य है। कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि ये हमला रूस की तरफ से नहीं बल्कि यूक्रेन की तरफ से किया गया था।
अभी पढ़ें – ईरान: सुरक्षा बलों ने विरोध प्रदर्शनों के बीच तेहरान मेट्रो स्टेशन पर की फायरिंग, लाठी-डंडों से पीटा
पोलैंड ने बुधवार को कहा कि बिल्कुल कोई संकेत नहीं है कि ये हमला रूस की तरफ से किया गया है। पोलिश राष्ट्रपति आंद्रेज डूडा ने कहा, “यूक्रेन की रक्षा अपनी मिसाइलों को विभिन्न दिशाओं में लॉन्च कर रही थी और यह अत्यधिक संभावना है कि इनमें से एक मिसाइल दुर्भाग्य से पोलिश क्षेत्र में गिर गई।”
ब्रसेल्स में सैन्य गठबंधन की बैठक में नाटो महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने आकलन के साथ सहमति व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इस घटना की जांच चल रही है और हमें इसके नतीजे का इंतजार करना होगा। लेकिन हमारे पास ऐसा कोई संकेत नहीं है कि यह जानबूझकर किए गए हमले का नतीजा था।
बता दें कि ये पहला मौका है जब रूस और यूक्रेन जंक के बीच तीसरे देश पर हमला हुआ। पोलैंड नाटो का सदस्य है। ऐसे में कोई देश उसपर हमला करता है तो सारे नाटो सदस्य देश उसके सहायता में आ जाएगे। ऐसे में अगर यह रूसी मिसाइल ही निकलती है तो यह मामला और ज्यादा बढ़ सकता है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि इस मिसाइल के रूस द्वारा दागे जाने की संभावना कम हैं, लेकिन वह जांच में पोलैंड का सहयोग करेंगे।
अभी पढ़ें – यूएस हाउस में रिपब्लिकन की जीत, बढ़ेगी राष्ट्रपति जो बाइडन की मुश्किलें
पोलैंड की सरकार ने कहा कि वह हमले की जांच कर रही है और सैन्य तैयारियां भी बढ़ा दी गई हैं। शुरुआत में विदेश मंत्रालय ने दावा करते हुए कहा है कि जिस मिसाइल से हमला किया गया, वह रूस में बनी हुई है। हालांकि, पोलैंड के राष्ट्रपति एंड्रेज डूडा ने बताया कि अभी अधिकारियों को यह पता नहीं चल पाया है कि मिसाइल किसने और कहां से दागी।
अभी पढ़ें – दुनिया से जुड़ी खबरें यहाँ पढ़ें
Edited By