नई दिल्ली: झारखंड में झामुमो (JMM) और कांग्रेस गठबंधन की सरकार गिराने के आरोपों के बीच नया ट्विस्ट आ गया है। राज्य के बेरमो विधानसभा सीट से जिस कांग्रेस विधायक ने भाजपा पर झारखंड सरकार को गिराने का आरोप लगाया था, उनकी एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। तस्वीर में बेरमो विधायक जयमंगल सिंह असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी के साथ दिख रहे हैं।
इस तस्वीर को असम भाजपा के एक विधायक ने अपने ट्विटर हैंडल पर पोस्ट किया है। तस्वीरों के जरिए भाजपा ने कांग्रेस के उन आरोपों पर पलटवार भी किया है जिसमें दावा किया गया था कि असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा झारखंड में झामुमो-कांग्रेस गठबंधन सरकार को गिराने का प्रयास कर रहे थे।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, झारखंड कांग्रेस विधायक कुमार जयमंगल ने एक पत्र लिखकर आरोप लगाया था कि पश्चिम बंगाल में गिरफ्तार किए गए उनके तीन सहयोगियों ने हाल ही में उन्हें गुवाहाटी में असम के मुख्यमंत्री से मिलने के लिए कहा था। उन्होंने दावा किया कि उनके तीनों साथियों ने ऑफर दिया था कि झारखंड में झामुमो-कांग्रेस सरकार को गिराने के लिए उन्हें मंत्री पद और भारी नकदी दी जाएगी।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत सरमा ने आज असम के भाजपा विधायक पीयूष हजारिका की सोशल मीडिया पोस्ट को ट्विटर पर शेयर किया जिसमें जयमंगल केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी की मौजूदगी में उनसे मुलाकात करते नजर आ रहे हैं। सरमा ने ट्वीट किया कि कांग्रेस विधायक की ओर से दर्ज कराई गई FIR ठीक उसी तरह है जैसे कि कांग्रेस ने ओतावियो क्वात्रोच्चि को बोफोर्स के खिलाफ मामला दर्ज करने के लिए कहा था।
सरमा ने पीयूष हजारिका के पोस्ट को रीट्वीट किया जिसमें भाजपा विधायक ने लिखा कि मनगढ़ंत प्राथमिकी दर्ज करने के 5 दिन पहले यानी 26 जुलाई को सीएम हिमंत बिस्वा ने कुमार जयमंगल सिंह को ट्रेड यूनियन से संबंधित मामले में उनकी मदद करने के लिए केंद्रीय कोयला मंत्री जोशी प्रल्हाद के आवास पर ले गए।
हजारिका ने कहा कि कुमार जयमंगल नियमित रूप से हिमंत बिस्वा सर से मिलते रहे हैं। उन्हें असम के मुख्यमंत्री और आदिवासी विधायकों (राजेश कच्छप और कोंगाड़ी) के खिलाफ धोखाधड़ी का आरोप लगाने के लिए कानून का सामना करना चाहिए।
Fake FIR in #Jharkhand.
The so-called FIR looks like @INCIndia asking Ottavio Quattrocchi to file a case against Bofors. https://t.co/WMDHtxrAzA— Himanta Biswa Sarma (Modi Ka Parivar) (@himantabiswa) August 2, 2022
दो दिन पहले कांग्रेस विधायक जयमंगल ने लगाया था ये आरोप
बेरमो से झारखंड कांग्रेस विधायक कुमार जयमंगल ने रविवार को आरोप लगाया कि भाजपा झारखंड में झामुमो-कांग्रेस गठबंधन सरकार को गिराने की कोशिश कर रही है और दावा किया कि इसमें असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की प्रमुख भूमिका है।
दरअसल, जयमंगल ने पश्चिम बंगाल के हावड़ा में भारी मात्रा में कैश के साथ पकड़े गए कांग्रेस के तीन विधायकों के खिलाफ शिकायत पत्र लिखा. उन्होंने आरोप लगाया कि तीनों ने उन्हें गुवाहाटी ले जाने और गुवाहाटी में असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा से मिलने के लिए कोलकाता बुलाया था, जहां उन्हें झामुमो-कांग्रेस सरकार को गिराने के बाद मंत्री पद और करोड़ों की नकद राशि देने का वादा किया गया था।
उनके पत्र में कहा गया है कि असम के मुख्यमंत्री दिल्ली में बैठे भाजपा के शीर्ष नेताओं के इशारे पर ऐसा कर रहे हैं। बेरमो विधायक ने कहा कि हावड़ा में गिरफ्तार कांग्रेस विधायकों ने उन्हें कोलकाता आने और गुवाहाटी चलने के लिए कहा था. जयमंगल सिंह ने दावा किया कि हावड़ा में पकड़े गए जामताड़ा के कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने सरकार गिराने में शामिल प्रत्येक विधायक के लिए 10 करोड़ रुपये के अलावा मुझे भाजपा की नई सरकार में स्वास्थ्य मंत्री पद देने का वादा किया था।
झारखंड पुलिस ने दर्ज की थी जीरो FIR
बता दें कि कुमार जयमंगल सिंह ने रांची के अरगोड़ा पुलिस स्टेशन को शिकायत पत्र लिखा था। इसके बाद झारखंड पुलिस ने जीरो एफआईआर दर्ज की थी। उधर, पुलिस ने कहा कि झारखंड के तीन कांग्रेस विधायकों को शनिवार शाम पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले में उनके वाहन से भारी मात्रा में नकदी मिलने के बाद हिरासत में लिया गया। जिस एसयूवी में विधायक इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और नमन बिक्सल कोंगाड़ी यात्रा कर रहे थे, उसे पंचला थाना क्षेत्र के रानीहाटी में राष्ट्रीय राजमार्ग-16 पर रोका गया था।
इरफान के परिजन ने आरोपों का किया खंडन
कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी के परिजनों ने उन आरोपों का खंडन किया कि भाजपा झारखंड में झामुमो-कांग्रेस गठबंधन सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रही है। इरफान के परिजन ने कहा कि केवल 40-50 लाख रुपये की मामूली राशि के साथ सरकार नहीं गिराई जा सकती है। उधर, भाजपा प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा, “जब भी कांग्रेस या झारखंड सरकार के नेता किसी भी मुश्किल में आते हैं तो वे तुरंत ‘अस्थिरीकरण’ शब्द का इस्तेमाल शुरू कर देते हैं जैसे पाकिस्तान की सरकार कश्मीर शब्द का इस्तेमाल करती है। लेकिन वे भाजपा को दोष देकर बच नहीं सकते।”
कांग्रेस के तीनों विधायकों को पार्टी ने किया निलंबित
बता दें कि कांग्रेस पार्टी ने रविवार को पश्चिम बंगाल में शनिवार को भारी मात्रा में नकदी रखने वाले तीन विधायकों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। झारखंड कांग्रेस के महासचिव और पार्टी प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा, “कैश के साथ पकड़े गए तीन विधायकों को तत्काल प्रभाव से पार्टी से निलंबित कर दिया गया है।” कांग्रेस ने आरोप लगाया कि एक बार फिर भाजपा ने राज्य को अस्थिर करने का प्रयास किया है।
गौरतलब है कि झारखंड में झामुमो (झारखंड मुक्ति मोर्चा)-कांग्रेस गठबंधन सत्ता में है और भाजपा विपक्ष में है।