नई दिल्ली: रविवार की सुबह ही शिवसेना सांसद संजय राउत के घर ED की टीम पहुंच गई है। उनके घर की तलाशी ली जा रही है। राउत के अलावा उनके परिवार से भी पूछताछ कर सकती है। बताया जा रहा है कि संजय राउत गिरफ्तार किए जा सकते हैं। उन्हें पूछताछ के लिए ईडी दफ्तर ले जाया जा सकता है।
राउत 1034 करोड़ रुपये के पात्रा चाल घोटाले में जांच के दायरे में हैं। उपर जांच में सहयोग ना करने के आरोप हैं। उन्हें 1 जुलाई को हुई पूछताछ के बाद 20 और 27 जुलाई को तलब किया गया था, लेकिन उन्होंने अपने वकीलों के जरिए सूचना भेजी कि संसद सत्र के कारण वह 7 अगस्त के बाद पेश होंगे। इससे पहले 27 जुलाई को ईडी ने मामले में राऊत को समन भेजकर पूछताछ के लिए हाजिर रहने को कहा था, लेकिन भी राउत पेश नहीं हुए थे।
Mumbai | Enforcement Directorate officials at Shiv Sena leader Sanjay Raut's residence, in connection with Patra Chawl land scam case pic.twitter.com/gFYdvR89zU
— ANI (@ANI) July 31, 2022
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क्या है पात्रा चॉल घोटाला?
पात्रा चॉल घोटाला मुंबई के गोरेगांव इलाके से जुड़ा हुआ है। यह महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवेलपमेंट अथॉरिटी का भूखंड है। इसमें करीब 1034 करोड़ का घोटाला होने का आरोप है। इस केस में संजय राउत की नौ करोड़ रुपए और राउत की पत्नी वर्षा की दो करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त हो चुकी है।
आरोप है कि रीयल एस्टेट कारोबारी प्रवीण राउत ने पात्रा चॉल में रह रहे लोगों को धोखा दिया। एक कंस्ट्रक्शन कंपनी को इस जमीन पर 3000 फ्लैट बनाने का काम मिला था। इनमें से 672 फ्लैट पहले से यहां रहने वालों को देने थे। शेष MHADA और उक्त कंपनी को दिए जाने थे, लेकिन साल 2011 में जांच में सामने आया कि कंस्ट्रक्शन कंपनी ने गैरकानूनी तरीके से 1,034.79 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई की। आगे चलकर उसने गैरकानूनी तरीके से ही इस रकम को अपने सहयोगियों को ट्रांसफर कर दी।