नई दिल्ली: बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने मणिपुर में जेडीयू के विधायकों तोड़ने के बाद बीजेपी को लताड़ा है। नीतीश कुमार ने कहा कि पार्टी से नेताओं को तोड़ना संवैधानिक काम नहीं है। दूसरी पार्टी के लोगों को तोड़ना गलत है। इसलिए हमें सोचना होगा और साथ मिलकर लड़ना होगा। नीतीश ने कहा कि सब साथ रहे तो जनता भी साथ आएगी।
पीएम पद की दौड़ में शामिल होने के सावल पर नीतीश ने कहा कि वक्त आने पर दिल्ली भी जाएंगे। बीजेपी पर पार्टी तोड़ने का आरपो लगाते हुए नीतीश ने कहा कि देश में नई राजनीति चल रही है, लोकतांत्रिक मूल्यों की धज्जियां उड़ रहीं है। इसके साथ ही नीतीश ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि 2024 के चुनाव के बाद इन्हें सबक सिखाएंगे। इस दौरान नीतीश ने सवाल पूछा कि दूसरी पार्टी के चुने हुए लोगों तो तोड़ना क्या संवैधानिक काम है?
नीतीश कुमार ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा ने कई राज्यों में उन लोगों के साथ भी गठबंधन कर लिया है, जिस पर उसने कभी भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। भ्रष्टाचार को कौन बढ़ावा दे रहा है सब जानते हैं। नीतीश ने बताया मणिपुर के जिन जेडीयू विधायकों ने बीजेपी ज्वाइन की है, उन सबसे पहले ही बात हो चुकी थी कि हम एनडीए से अलग होंगे।
बता दें कि बिहार में जेडीयू की राज्य कार्यकारिणी की बैठक हो रही है। बैठक में राष्ट्रीय स्तर पर विपक्ष की एकजुटता पर विचार-विमर्श होगा। जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक पहले से बेहद अहम मानी जा रही थी। नीतीश ने अपने पार्टी पदाधिकारियों से पहले ही कह दिया था कि जो प्रदेश में देखा, वो अब देश में दिखेगा। नीतीश ने शनिवार को देर शाम बैठक की तैयारियों का जायजा लिया।
मणिपुर में जेडीयू के 6 विधायकों में से 5 विधायक बीजेपी में शामिल हो गए हैं। मणिपुर में जो हुआ उसके लिए जेडीयू बीजेपी पर आरोप लगा रही है।