---विज्ञापन---

Delhi Tripple Murder: पूर्व आर्मी अफसर का बेटा क्यों बना कातिल? जांच में 5 बड़े खुलासे

Delhi Triple Murder Inside Story: दिल्ली के नेबसराय इलाके में हुई 3 हत्याओं का आरोपी पुलिस ने दबोच लिया है। युवक ने ही अपने मां-बाप और बहन की हत्या की। पुलिस पूछताछ में वह टूट गया और उसने अपना गुनाह कबूल लिया। इतना संगीन अपराध करने की वजह भी उसने बताई है।

Edited By : Khushbu Goyal | Updated: Dec 5, 2024 08:36
Share :
Delhi Triple Murder
अपने खूनी रिश्तों का कातिल बेटा पुलिस की गिरफ्त में।

Delhi Triple Murder Case Inside Story: दिल्ली के नेबसराय इलाके में रहने वाले अर्जुन तंवर ने अपने मां-बाप और बहन की गला रेतकर हत्या कर दी। प्रॉपर्टी विवाद में उसने अपनों का कत्ल करने की साजिश रची। मां-बाप की शादी की सालगिरह के दिन उनके खून से अपने हाथ रंगे और पुलिस को गुमराह करने के लिए सैर और जिमिंग करने चला गया, लेकिन जब पुलिस को घर में किसी की एंट्री नहीं होने और लूटपाट के सबूत नहीं मिले।

अर्जुन से सख्ती से पूछताछ की गई, जिसमें वह टूट गया। उसने अपना गुनाह कबूल लिया और फिर पुलिस को उसने बताया कि आखिर क्यों उसने 3 कत्ल किए? कैसे 3 हत्याओं की साजिश रची और कैसे वारदात अंजाम दी? ट्रिपल मर्डर केस को सुलझाने की जिम्मेदारी ACP अभिनेंद्र जैन और इंस्पेक्टर (AATS) उमेश कुमार को सौंपी गई थी, जिसे दोनों ने बखूबी निभाया और तिहरे हत्याकांड की गुत्थी सुलझा ली।

---विज्ञापन---

यह भी पढ़ें:15 सेकंड में 5 लोगों की मौत, एक चूक ने कराया हादसा, राजस्थान में कैंटर से भिड़ी टाटा सफारी

क्यों की गई तीनों की हत्या?

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस पूछताछ में अर्जुन ने बताया कि वह अपने पिता से नाराज था, क्योंकि वे उसके साथ पक्षपात करते थे। उसे बॉक्सिंग में करियर बनाने नहीं देते थे। वे कविता के नाम अपनी सारी प्रॉपर्टी करने की बात करते थे। वे अर्जुन को सबके सामने डांटते फटकारते थे। उसका अपमान करते थे। पिता के इस व्यवहार से व्यथित होकर ही उसने वारदात अंजाम दी। वह अलग-थलग महसूस करता था, क्योंकि पिता उसे किसी न किसी बात को लेकर दुत्कारते रहते थे।

---विज्ञापन---

यह भी पढ़ें:मुंह में झाग, क्लासरूम में लाश…बर्थडे पर बेटे का हाल देख मां बेहोश, दिल्ली के स्कूल में क्यों मचा हड़कंप?

पुलिस को कैसे हुआ शक?

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस को अर्जुन पर एक नहीं 2 वजहों से शक हुआ। पहली बात उसने बयान दिया कि वह ताला लगाकर जिम करने गया था तो पुलिस ने पूछा की ताला क्यों लगाया था? इसके जवाब में वह उलझ गया। दूसरी वजह किसी बाहरी शख्स की घर में एंट्री नहीं होना। CCTV में बीती रात से सुबह मामला उजागर होने तक सिवाय अर्जुन के बाहर जाने के अलावा कोई और आता-जाता नहीं दिखा। इसलिए पुलिस को अर्जुन पर शक हुआ और जब उससे सख्ती से पूछताछ की तो वह टूट गया और अपना अपराध कबूल लिया।

यह भी पढ़ें:2 सरकारी नौकरियां छोड़ IPS बना, अधूरी रह गई ख्वाहिश; हादसे में मारे गए हर्षवर्धन की ये थी आखिरी इच्छा

कौन थे मारे गए तीनों लोग?

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मृतकों की शिनाख्त 51 साल के राजेश कुमार, 46 साल की कोमल और 23 साल की कविता के रूप में हुई। परिवार मूलरूप से हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले के गांव खेड़ी तलवाना का निवासी था। वर्तमान में परिवार में देवली गांव में रहता था। राजेश भारतीय सेना से रिटायर्ड सैनिक था। वह NSG कमांडो भी रहा। 7 साल पहले रिटायर हुआ था और वर्तमान में सैनिक फार्म में एक बिजनेसमैन का PSO था। कोमल हाउस वाइफ थी और कविता जूडो में ब्लैक बेल्ट थी। वहीं अर्जुन दिल्ली यूनिवर्सिटी का स्टूडेंट था।

यह भी पढ़ें:हादसे में 5 MBBS स्टूडेंट्स की मौत, केरल में बस में घुसी कार, छत काटकर निकाली गई लाशें

कैसे अंजाम दी वारदात?

अर्जुन ने पुलिस को बताया कि उसने पहले बहन कविता का गला काटा। वह ग्राउंड फ्लोर पर थी। फिर उसने पिता के सिर में चाकू मारे। वह सो रहे थे। मां वॉशरूम में थी, लेकिन जैसे ही वह बाहर आई, पीछे से चाकू से वार कर दिया। तीनों चिल्ला न सके, इसलिए उसने गला काटा और खून बहने से रोकने के लिए तीनों के गले में कपड़ा बांध दिया। वारदात अंजाम देने के लिए उसने पिता के चाकू का इस्तेमाल किया।

HISTORY

Edited By

Khushbu Goyal

First published on: Dec 05, 2024 08:05 AM

Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 on Facebook, Twitter.

संबंधित खबरें