---विज्ञापन---

ताइवान की राष्ट्रपति ने चीन को चेतावनी, कहा- युद्ध का सहारा लेना क्रॉस-स्ट्रेट संबंधों का विकल्प नहीं

ताइवान: ताइवान के राष्ट्रपति साई इंग-वेन ने सोमवार को कहा कि द्वीप राष्ट्र की संप्रभुता पर समझौते के लिए कोई जगह नहीं है और चीन को चेतावनी दी कि युद्ध का सहारा लेना क्रॉस-स्ट्रेट संबंधों का विकल्प नहीं होना चाहिए। त्साई इंग-वेन ने ताइवान के राष्ट्रीय दिवस पर भाषण देते हुए यह टिप्पणी की कि […]

Edited By : Amit Kasana | Updated: Oct 11, 2022 12:07
Share :
ताइवान के राष्ट्रपति साई इंग-वेन
ताइवान के राष्ट्रपति साई इंग-वेन

ताइवान: ताइवान के राष्ट्रपति साई इंग-वेन ने सोमवार को कहा कि द्वीप राष्ट्र की संप्रभुता पर समझौते के लिए कोई जगह नहीं है और चीन को चेतावनी दी कि युद्ध का सहारा लेना क्रॉस-स्ट्रेट संबंधों का विकल्प नहीं होना चाहिए। त्साई इंग-वेन ने ताइवान के राष्ट्रीय दिवस पर भाषण देते हुए यह टिप्पणी की कि ताइवान के लोगों की सहमति… हमारी संप्रभुता और हमारे स्वतंत्र और लोकतांत्रिक जीवन शैली की रक्षा करना है। इस पर समझौता करने की कोई गुंजाइश नहीं है।

अभी पढ़ें World News: 16 अक्टूबर को चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की 20 वीं राष्ट्रीय बैठक, जानें इसके मायने 

---विज्ञापन---

 

 

आगे अपने संबोधन में राष्ट्रपति ने कहा कि मैं बीजिंग के अधिकारियों से कहती हूं कि युद्ध का सहारा लेना क्रॉस-स्ट्रेट संबंधों का विकल्प नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा केवल संप्रभुता, स्वतंत्रता और लोकतंत्र पर ताइवान के लोगों के आग्रह का सम्मान करके हम सकारात्मक बातचीत फिर से शुरू कर सकते हैं। उन्होंने कहा अंतर्राष्ट्रीय समुदाय बहुत स्पष्ट है कि ताइवान की सुरक्षा की रक्षा करना क्षेत्रीय स्थिरता और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के बराबर है। यदि ताइवान की लोकतांत्रिक स्वतंत्रता नष्ट हो जाती है तो यह दुनिया भर के लोकतंत्र देशों के लिए बड़ा झटका होगा।

अभी पढ़ें Big Breaking: थाईलैंड में अंधाधुंध फायरिंग, 34 की मौत, कई घायल

ताइवान के राष्ट्रीय दिवस कार्यक्रम में राष्ट्रपति सहित कई अंतरराष्ट्रीय मेहमानों ने भी भाग लिया। ताइवान के साथ पूर्ण राजनयिक संबंध रखने वाले 14 देशों में से अमेरिकी कांग्रेस के सदस्य एडी बर्निस जॉनसन, टेक्सास के एक डेमोक्रेट आदि कई लोग इस मौके पर मौजूद रहे। बता दें कि रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है। यह युद्ध दक्षिण चीन सागर, पूर्वी चीन सागर और ताइवान में चीन की सैन्य गतिविधि इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में शांति और स्थिरता को कमजोर कर रही है।

अभी पढ़ें  दुनिया से जुड़ी खबरें यहाँ पढ़ें

HISTORY

Edited By

Amit Kasana

Edited By

Manish Shukla

First published on: Oct 10, 2022 04:10 PM

Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 on Facebook, Twitter.

संबंधित खबरें