OTP Frauds Safety Tips by CERT-In: एक टैप से बैंक खाता खाली होना या फोन का सारा डाटा उड़न-छू हो जाने जैसी खबरें आपने भी कई सुनी होंगी? यहां तक कि फोन में आया मैसेज कैसे आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है? इसकी जानकारी भी आपको जरूर होगी, लेकिन जिस हिसाब से हमारा हर काम एक टैप या कहें कि डिजिटली होने के कारण आसान हो गया है उतना ही सेफ्टी के मामले में कमजोर भी हो गया है। बढ़ते डिजिटल प्लेटफॉर्म के इस्तेमाल के साथ फ्रॉडस्टर्स और स्कैमर्स की नजरें भी तेज होती जा रही हैं। वो पल-पल किसी न किसी को अपना शिकार बनाने की कोशिश में रहते हैं।
आलम ये है कि पिछले कुछ सालों में लाखों-करोड़ों लोग ठगी का शिकार हुए हैं। इस पर लगातार भारत सरकार लगाम लगाने की कोशिश में है और समय-समय पर आम जनता तक सतर्कता बरतने की सलाह भी देती रहती है। हाल ही में भारतीय कंप्यूटर आपातकालीन प्रतिक्रिया टीम (CERT-In) ने एक्स प्लेटफॉर्म पर सेफ्टी टिप्स को जारी किया है जिससे मोबाइल फोन यूजर्स फ्रॉडस्टर से बचे रहेंगे।
CERT-in ने X प्लेटफॉर्म पर OTP साइबर फ्रॉड से बचने के लिए कुछ सेफ्टी टिप्स साझा किए हैं। इसमें उन्होंने 4 सेफ्टी टिप्स बताए हैं।
1. टोल फ्री नंबर जैसे दिखने वाले नंबर से सावधान रहने के लिए कहा है।
2. अपनी किसी भी निजी जानकारी या डेबिट-क्रेडिट कार्ड का CVV, OTP या बैंक खाते की जानकारी शेयर न करने की सलाह दी है।
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3. आधिकारिक फोन नंबर या SMS नंबर के लिए ऑफिशियल बैंक या कंपनी की वेबसाइट पर जाकर नंबर को जरूर चेक कर लें।
4. फोन कॉल, SMS या Gmail आदि के माध्यम से कभी भी ओटीपी को साझा न करें।
Cyber Fraud से ऐसे करें बचाव
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— CERT-In (@IndianCERT) September 13, 2024
क्या है OTP Scam?
वेरिफिकेशन के तौर पर मोबाइल पर ओटीपी यानी वन-टाइम पासवर्ड भेजा जाता है, जो आमतौर पर 6 अंक या 4 अंक के साथ होता है। यूजर्स ओटीपी देकर वेरिफिकेशन प्रोसेस पूरा करते हैं। हालांकि, इसका फायदा Scammers भी उठा रहे हैं। यूजर्स के फोन पर फेक ओटीपी भेजकर ओटीपी स्कैम कर रहे हैं।
जालसाज व्यक्ति के बैंक खाते से पैसे निकालने या जरूरी जानकारी को चुराने के लिए ओटीपी का गलत तरह से इस्तेमाल करते हैं, जिससे बचने के लिए भारत सरकार की एजेंसी की ओर से समय-समय पर अलर्ट किया जाता है। अगर कोई ठगी का शिकार होता है तो उसे तुरंत साइबर पुलिस से शिकायत करनी चाहिए।
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