Digital Arrest Scam: भारत में डिजिटल अरेस्ट स्कैम की खबरें आम हो गई है। इस साल 6 हजार से ज्यादा मामले अब तक सामने आए है, जिसमें लोगों ने स्कैम के जरिए लाखों का नुकसान झेला है। सरकार, प्रशासन और पुलिस लगातार इस तरह की स्थिति पर काबू पाने का प्रयास करती नजर आती है। फिलहाल एक स्कैमर की तस्वीर सामने आई है, जिसने नीचे पजामा और ऊपर पुलिस की वर्दी पहनी हुई है।
हाल ही में डिजिटल अरेस्ट स्कैम के मामले में लगभग 6 लाख मोबाइल नंबर्स को ब्लॉक किया गया है। इन नंबरो पर लोगों को ड्रग और मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों में फंसाने की शिकायत दर्ज की गई थी। आइये इस मामले के बारे में विस्तार से जानते हैं।
डिजिटल स्कैमर की फोटो आई सामने
इंडिया टुडे ने अपनी एक रिपोर्ट में एक डिजिटल स्कैमर की तस्वीर सामने आने का दावा किया है। देश में डिजिटल अरेस्ट स्कैम के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। ऐसे में एक व्यक्ति की तस्वीर सामने आई है, जिसने पुलिस की वर्दी के शर्ट के पहना हुआ है। हालांकि उसने पुलिस की वर्दी के नीचे एक साधारण सा पजामा पहना हुआ है।
इंडिया टुडे टीवी हाल ही में एक डिजिटल अरेस्ट रैकेट को सामने लाया है, जिसके बाद उन्होंने इससे जुड़ी कुछ तस्वीरे शेयर की हैं। बता दें कि स्कैमर्स ने इंडिया टुडे के एक रिपोर्टर से संपर्क किया था जिसके बाद एक स्टिंग ऑपरेशन चलाया गया। स्कैमर्स ने रिपोर्टर से कहा कि उनके नाम पर 400 ग्राम ड्रग्स वाला एक पैकेज जब्त किया गया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय के साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर ने आरोपी की तस्वीर शेयर की, जो कंबोडिया में रहने के दौरान ठगे गए एक व्यक्ति द्वारा उपलब्ध कराई गई थी।
इंटरनेशनल लिंक आएं सामने
स्टिंग ऑपरेशन में रैकेट से एक इंटरनेशनल लिंक का भी पता चला। इंटरनेट प्रोटोकॉल डिटेल रिकॉर्ड (IPDR) ने म्यांमार, कंबोडिया, वियतनाम और लाओस के डिजिटल फुटप्रिंट को उजागर किया। रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि स्कैम से इकट्ठा किए गए पैसे कंबोडिया और दुबई से भेजे और निकाले गए। साथ ही यह भी पता चला है कि प्राइवेट कंपनियों ने भारतीय कर्मचारी को हायर किया है, जो इस तरह के स्कैम में शामिल हैं।
इस के साथ ही इंडियन लॉ इंफोर्समेंट ने कंबोडियाई होटलों पर भी नजर रखी है, जहां चीनी कैसीनो को कॉल सेंटर में बदल दिया गया है। जारी की गई तस्वीरों में स्कैम सेंटर के GPS कॉर्डिनेट दिखाए गए हैं। इसके अलावा एक फ्लो चार्ट भी है, जिसमें कंबोडिया में चार और म्यांमार में दो लोकेशन के साथ लिंक दिखाया गया है।
विदेशी नौकरी का लालच
इंडिया टुडे के स्टिंग ऑपरेशन में पता चला है कि स्कैम में भारतीयों को नौकरी का लालच दिया जाता है और बाद में उन्हें इस तरह की एक्टिविटी में डिजिटल ऑपरेटिव या ‘डिजिटल स्लैव के रूप में फंसाया जाता है। बता दें कि यह एक गंभीर समस्या है, ऐसे में इस तरह के नेटवर्क का पता लगाने के लिए कई एजेंसियां लगातार काम कर रही हैं।
इसके साथ ही सरकार ने मामलों की जांच के लिए हाई लेवल कमेटी बनाई है, ताकि इन मामलों से जुड़े अपराधियों के खिलाफ तेजी से कार्रवाई हे सकें।
6000 से ज्यादा मामले
जानकारी मिली है कि इस साल अब तक 6,000 से ज्यादा डिजिटल अरेस्ट स्कैम के मामलो को रिपोर्ट किया गया है, जिसमें 14C ने घोटाले के संबंध में 6 लाख मोबाइल नंबर ब्लॉक किए हैं। इसमें ड्रग और मनी लॉन्ड्रिंग के फेक मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर ने कम से कम 709 मोबाइल एप्लिकेशन को भी ब्लॉक किया है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि अधिकारियों ने साइबर स्कैम से जुड़े 3.25 लाख फेक बैंक अकाउंट को भी फ्रीज करने का आदेश दिया है।
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