इजराइल और हमास के बीच युद्ध चल रहा है, ऐसे में गाजा पट्टी से लोगों का पलायन जारी है। इस बीच एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें लाखों की संख्या में लोग सड़क पर एक ओर बढ़ रहे हैं। लोगों के हाथों में बैग और अन्य सामान है। इस वीडियों को गाजा का बताया जा रहा है और कहा जाता रहा है कि लोग इजराइल के हमले के बाद गाजा से इस तरह से पलायन कर रहे हैं। लेकिन यह वीडियो न गाजा का है और न ही हाल फिलहाल का है। इस वीडियो का गाजा-इजरायल विवाद से भी कुछ लेना-देना नहीं है। यह अजरबैजान का है और कई महीने पुराना है। यह वीडियो सेना में भर्ती हुए युवाओं के शपथ ग्रहण समारोह से संबंधित है।
हाल में वायरल होते वीडियो को लेकर कहा जा रहा है कि इजरायल की तरफ से हो रहे हमलों के बीच दस लाख से भी ज्यादा फिलिस्तीनी लोग उत्तरी गाजा से पलायन कर चुके हैं। इजरायल ने इनके लिए विशेष रास्ते तय कि हैं। इस वीडियो को लेकर यूजर्स तरह- तरह के कमेंट कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा,
इसराइल के डर से गाजा छोड़ चले हम-
बहादुर कौम😏🥴😊😇
किधर जाएंगे, जिधर जाएंगे गाजा ही बनाएंगे।
कहते थे हम ओला के बंदे,किसी से नहीं डरते।
---विज्ञापन---इसराइल के डर से गाजा छोड़ चले हम-
बहादुर कौम😏🥴😊😇किधर जाएंगे,जिधर जाएंगे गाजा ही बनाएंगे। pic.twitter.com/V5y0w1BDMu
— Sarvesh kumar02 (Modi Ka Parivar) (@Sarvesh38453373) October 16, 2023
अक अन्य यूजर ने लिखा, “गाजा छोड़कर जाती हुई वो कौम जो अल्लाह के सिवा किसी से नहीं डरती.”
पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है।
न्यूज 24 फैक्ट चेक टीम ने पाया कि ये वीडियो न तो हाल-फिलहाल का है और ना ही इसका गाजा-इजरायल विवाद से कोई लेना देना है। ये अजरबैजान का कुछ महीने पुराना वीडियो है। यह वीडियो सेना में भर्ती हुए युवाओं के शपथ ग्रहण समारोह से संबंधित है।
वीडियो की हकीकत कैसे आई सामने
वायरल वीडियो में ‘@rasim.2157’ नाम के एक टिकटॉक अकाउंट का वॉटरमार्क दिखाई देता है। भारत में टिकटॉक पर पाबंदी है, लिहाजा हमने इस अअकाउंट के बारे में पता लगाने के लिए टॉर ब्राउजर की मदद ली। इससे पता चला कि यहां इसे 13 अगस्त, 2023 को पोस्ट किया गया था। यहां पर मौजूद वीडियो, वायरल वायरल वीडियो से कहीं ज्यादा स्पष्ट है। इस वीडियो में कुछ जगह अजरबैजान के झंडे दिखाई दे रहे हैं।
‘@rasim.2157’ टिकटॉक अकाउंट पर मौजूद वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर अजरबैजान की “बाकू टीवी” और “स्यूरल टीवी” जैसी मीडिया संस्थाओं … के यूट्यूब चैनल पर का वीडियो दिखा। दोनों ने ही इसे अगस्त में पेास्ट किया था और बताया था कि वीडियो में दिख रहे लोग युवा सैनिकों के अभिभावक हैं। “बाकू टीवी” ने ये भी जानकारी दी है कि ये लोग युवा सैनिकों के शपथ ग्रहण समारोह में आए थे। इस शपथ ग्रहण समारोह के बारे में उस वक्त कई जगह खबरें भी छपी थीं।
इस तरह खोज करने के बाद स्पष्ट हुआ कि अजरबैजान के एक पुराने वीडियो को गाजा का बताकर पेश किया जा रहा है।