गाने को बनाने में लगे 1 करोड़ रुपये
इस फिल्म की कहानी प्रेम, संघर्ष और सामाजिक विवाद पर बेस्ड थी, जिसमें राजकुमार सलीम का विद्रोह और अनारकली की खूबसूरती को दिखाया गया है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसके फेमस गाने ‘प्यार किया तो डरना क्या’ के पीछे कितनी मेहनत छिपी है? अगर नहीं तो चलिए आपको बताते हैं।
इस गाने को मोहन स्टूडियोज में फिल्माया गया था, जहां का सेट लाहौर के शीश महल जैसा बनाया गया था। ये सेट 150 फीट लंबा, 80 फीट चौड़ा और 35 फीट ऊंचा था और इसे बनाने में लगभग दो साल और 1 करोड़ रुपये की लागत आई थी। उस समय ये एक हिंदी फिल्म के बजट से कई गुना महंगी थी।
बाथरूम स्टूडियो में लता दीदी ने गाया गाना
फिल्म के निर्देशक और संगीतकार इस गाने को लेकर बहुत गंभीर थे। गीतकार शकील बदायूंनी ने इसे पूरी तरह बनाने में करीब 105 बार लिखा था। तब जाकर संगीतकार नौशाद ने इसे मंजूरी दी। नौशाद ने इस गाने को लता मंगेशकर से गवाया। उस समय टेकनॉलोजी की कमी के चलते गाने में इको प्रभाव डालना काफी मुश्किल था। लेकिन नौशाद ने एक अनोखा हल निकाला। उन्होंने लता मंगेशकर को बाथरूम स्टूडियो में गाने के लिए कहा, जिससे गाने में एक प्राकृतिक इको प्रभाव आ गया।
सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म
इन सभी कोशिशों का नतीजा ये रहा कि फिल्म मुगल-ए-आजम ने रिलीज होते ही बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा दिया। ये फिल्म न सिर्फ बॉक्स ऑफिस पर हिट हुई, बल्कि कई विशेषज्ञों के अनुसार, आज भी ये हिंदी सिनेमा की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म मानी जाती है अगर उस वक्त के पैसे की वैल्यू को देखा जाए तो।
इस फिल्म ने न सिर्फ दर्शकों का दिल जीता, बल्कि भारतीय सिनेमा को एक नई दिशा दी। इसके संवाद, गाने और स्क्रीनप्ले ने इसे बेहतरीन फिल्म बना दिया। मुगल-ए-आजम सिर्फ एक फिल्म नहीं, बल्कि एक ऐसी सांस्कृतिक धरोहर है, जो सदियों तक भारतीय सिनेमा में जीवित रहेगी।
यह भी पढ़ें: Ranbir-Alia की Raha के नक्शे कदम पर Deepika-Ranveer की बेटी, इस मामले में हैं सिमिलर