मशहूर चाइल्ड आर्टिस्ट मिलेना ब्रांडाओ का निधन हो गया है। 11 साल की उम्र में नेटफ्लिक्स के पॉपुलर शो ‘सिंटोनिया’ में नजर आ चुकीं ब्राजीलियाई एक्ट्रेस की दर्दनाक मौत हो गई है। 2 मई को एक्ट्रेस ने अपनी अंतिम सांस ली थी। अब उनके निधन का कारण सुनकर आपके भी पैरों तले जमीन खिसक जाएगी। मिलेना ब्रांडाओ के साथ कुछ ऐसा हुआ है, जिसकी कोई कल्पना तक नहीं कर सकता। अब एक्ट्रेस की मां ने कई बड़े खुलासे किए हैं।
11 साल की चाइल्ड आर्टिस्ट का निधन
एक्ट्रेस मिलेना ब्रांडाओ की मां थायस ब्रांडाओ ने बताया कि वो 24 अप्रैल को काफी ज्यादा सिर दर्द, पैर दर्द, थकान और भूख न लगने की शिकायत कर रही थीं। इसके बाद जब एक्ट्रेस को हॉस्पिटल ले जाया गया, तो इसे डेंगू का बुखार बताकर बिना टेस्ट किए उन्हें वापस घर भेज दिया। इसके बाद 26 अप्रैल को वापस हॉस्पिटल गए, तो बिना जांच पड़ताल उन्हें फिर घर लौटा दिया गया। 28 अप्रैल तक एक्ट्रेस की हालत बुरी तरह से बिगड़ गई और वो घर में ही बेहोश होकर गिर पड़ीं। जिसके बाद उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया और एक्ट्रेस को अगले ही दिन कार्डियक अरेस्ट आ गया।
1 दिन में आते रहे 2 से 3 कार्डियक अरेस्ट
कार्डियक अरेस्ट आने के बाद मिलेना ब्रांडाओ को लाइफ सपोर्ट पर डाला गया। इस दौरान मिलेना के होंठ भी नीले पड़ गए थे और फिर वो कभी उठी ही नहीं। एक सीटी स्कैन से पता चला कि एक्ट्रेस के ब्रेन में 5-सेंटीमीटर मास है। हालांकि, न्यूरोलॉजिस्ट नहीं था, तो ये पता नहीं लग पाया कि ये ट्यूमर है, सिस्ट है, एडिमा है या क्लॉट। बताया जा रहा है कि एक्ट्रेस मिलेना ब्रांडाओ को इस दौरान 13 कार्डियक अरेस्ट आए। 3 कार्डियक अरेस्ट तक कोई झेल नहीं पता और इंसान की मौत हो जाती है। वहीं, मिलेना ब्रांडाओ ने 13 कार्डियक अरेस्ट झेले। उन्हें एक दिन में दो से तीन बार कार्डियक अरेस्ट आते थे जिसके चलते उनकी हालत बदतर हो गई थी।
13 कार्डियक अरेस्ट के बाद पेरेंट्स ने लिया सबसे मुश्किल फैसला
एक दिन मिलेना ब्रांडाओ को करीब 7 बार सांस लेने में तकलीफ भी हुई थी। इसके बाद डॉक्टरों ने उनके ब्रेन को डेड घोषित कर दिया था, तो पेरेंट्स को मिलेना ब्रांडाओ का लाइफ सपोर्ट बंद करने का मुश्किल फैसला लेना पड़ा। मिलेना ब्रांडाओ की मां का कहना था कि अगर वो अपनी बेटी के दिल का अपने आप धड़कने से बंद होने का इंतजार करते, तो इससे उन्हें और उनकी बेटी को और भी ज्यादा तकलीफ होती। ऐसे में उन्होंने लाइफ सपोर्ट मशीनें बंद करने का फैसला ले लिया।