Kangana Ranaut: बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत फिल्मों में अपनी एक्टिंग से कई बार दर्शकों का दिल जीत चुकी हैं। अब एक्ट्रेस राजनीति के मैदान में उतर चुकी हैं। कंगना भाजपा के टिकट पर हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट से मैदान में उतरी हैं। उन्हें टक्कर देने के लिए कांग्रेस ने अपने उम्मीदवार विक्रमादित्य सिंह को चुनावी मैदान में उतारा है। पिछले दिनों आए एग्जिट पोल की मानें तो फिलहाल कंगना रनौत मंडी सीट से आगे चल रही हैं। उम्मीद की जा रही है कि एक्ट्रेस आज साबित कर देंगी कि फिल्मों की तरह ही राजनीति की क्वीन भी बन जाएंगी। फिलहाल फैसला आज हो जाएगा। इस बीच कई लोगों के मन में सवाल है कि अगर एक्ट्रेस चुनाव जीतती हैं तो क्या वो फिल्म इंडस्ट्री को अलविदा कह देंगी?
क्या कहा था कंगना रनौत ने?
बता दें कि कंगना रनौत ने एक मीडिया इंटरव्यू के दौरान कहा था कि चुनाव जीतने पर इंडस्ट्री छोड़ देंगी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक इंटरव्यू में जब एक्ट्रेस से पूछा गया था कि ‘अगर वो मंडी से चुनाव जीतती हैं तो क्या बॉलीवुड इंडस्ट्री से दूरी बना लेंगी?’ इस पर एक्ट्रेस ने कहा था, ‘हां, फिल्मी दुनिया झूठी है और यहां सब नकली है। यहां लोगों को इम्प्रेस करने के लिए झूठे कारनामे किए जाते हैं।’ कंगना के इस बयान ने हलचल मचा दी थी।
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इमरजेंसी को लेकर चर्चा में
आपको बता दें कि कंगना रनौत अगर चुनाव जीत जाती हैं, तब भी बॉलीवुड इंडस्ट्री से दूरी नहीं बना पाएंगी। दरअसल, एक्ट्रेस चुनाव के अलावा अपनी अपकमिंग फिल्म ‘इमरजेंसी’ को लेकर भी चर्चा में बनी हुई हैं। पहले यह फिल्म 14 जून, 2024 को रिलीज होने वाली थी, लेकिन बाद में खुद एक्ट्रेस ने इसकी रिलीज डेट को टाल दिया था। एक्ट्रेस ने ऐसा लोकसभा चुनाव के चलते किया था। हालांकि एक्ट्रेस की यह फिल्म जल्द ही फ्लोर पर उतरेगी। बता दें कि ‘इमरजेंसी’ में कंगना रनौत देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के रोल में नजर आएंगी।
73 फीसदी लोगों ने किया मतदान
लोकसभा चुनाव की बात करें तो फिलहाल कंगना रनौत और विक्रमादित्य सिंह के बीच मुकाबला काफी दिलचस्प देखने को मिल रहा है। एक्ट्रेस की बात करें तो उन्होंने राजनीति भले ही अभी ज्वॉइन की हो लेकिन भाजपा के समर्थक वो काफी समय से रही हैं। मंडी में चुनाव प्रचार के दौरान भी एक्ट्रेस ने लोगों से यही अपील की थी कि यहां पर ज्यादा से ज्यादा वोटिंग होनी चाहिए। 1 जून को आखिरी चरण में हुई वोटिंग के दौरान कुल 73 फीसदी लोगों ने अपने मत का प्रयोग किया था।