UPSC Success Story : देश में यूपीएससी सबसे कठिन परीक्षा मानी जाती है। अभ्यर्थी इस एग्जाम को पास करने के लिए दिनरात एक कर देते हैं। माता पिता भी यूपीएससी की पढ़ाई के लिए अपने बच्चों को बड़ी-बड़ी कोचिंग करवाते हैं। इसके बाद भी कई आईएएस उम्मीदवार एक-दो-तीन बार में भी यूपीएससी एग्जाम को क्रैश नहीं कर पाते हैं। अंत में ऐसे अभ्यर्थी थक हारकर यह तो पढ़ाई छोड़ देते हैं या फिर कोई दूसरी तैयारी में जुट जाते हैं। ऐसे उम्मीदवारों को आईएएस अधिकारी अरुणराज से प्रेरणा लेनी चाहिए, जिन्होंने बिना कोचिंग के फर्स्ट अटेम्प्ट में ही यूपीएससी एग्जाम पास कर लिया।
कई उम्मीदवार यूपीएससी की तैयारी के लिए कोचिंग करते हैं, लेकिन अरुणराज को अपनी सेल्फ स्टडी पर भरोसा था। अरुणराज बचपन से ही पढ़ाई में अच्छे थे। उन्होंने 10वीं और 12वीं को अच्छे अंकों से पास किया था। इसके बाद उनका एडमिशन आईआईटी कानपुर में एडमिशन हो गया और वे अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने लगे। इसी दौरान उन्होंने अपने सपने को साकार करने के लिए यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी।
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एक साथ दो एग्जामों को किया क्रैश
अरुणराज आईआईटी लास्ट ईयर में एक साथ दो परीक्षा की तैयारी करने लगे। पहला आईआईटी और दूसरा यूपीएससी। उन्होंने दोनों परीक्षा की पढ़ाई करने के लिए अपने घंटों को अलग-अलग बांट दिया। उन्होंने अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद नौकरी नहीं करने का फैसला किया और वे अपनी सच्ची लगन एवं मेहनत से सिर्फ यूपीएससी के लिए सेल्फ स्टडी करने लगे। उन्होंने ज्यादा से ज्यादा एनसीईआरटी की किताबों को अध्ययन किया और ऑनलाइन उपलब्ध संसाधनों को उपयोग किया। साथ ही उन्होंने ऑनलाइन ही कई मॉक साक्षात्कारों में भाग लिया।
पहले प्रयास में यूपीएससी किया पास
अरुणराज की महेनत रंग लाई और उनका पहला ही प्रयास में यूपीएससी क्लियर हो गया। वे सिर्फ 22 साल की उम्र में आईएएस अधिकारी बन गए। यूपीएससी की ऑल इंडिया रैंक (AIR) में उन्हें 34 रैंक मिला था। इस वक्त उनकी नियुक्त तमिलनाडु में है। अरुणराज ने कभी भी कोचिंग नहीं की और उन्हें अपनी मेहनत पर विश्वास था। उन्होंने सिर्फ सेल्फ स्टेडी से ही यह सफलता हासिल की है।