उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) ने अभ्यर्थियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए एक बड़ी पहल की है। अब आयोग ने वन टाइम रजिस्ट्रेशन (OTR) सिस्टम की शुरुआत की है, जिससे उम्मीदवारों को हर बार आवेदन के समय बार-बार जानकारी भरने की जरूरत नहीं पड़ेगी। यह सिस्टम न केवल आवेदन प्रक्रिया को सरल बनाता है, बल्कि इससे समय और प्रयास की भी बचत होती है।
कैसे काम करता है OTR?
OTR के तहत उम्मीदवार को आयोग की वेबसाइट (uppsc.up.nic.in) पर केवल एक बार रजिस्ट्रेशन करना होता है। रजिस्ट्रेशन के बाद उम्मीदवार को एक यूनिक रजिस्ट्रेशन नंबर मिलता है। भविष्य में जब भी उम्मीदवार किसी भर्ती के लिए आवेदन करना चाहे, तो वह इसी रजिस्ट्रेशन नंबर की मदद से सीधे आवेदन कर सकता है।
इसमें नाम, जन्मतिथि, शैक्षिक योग्यता, पता आदि जैसी जरूरी जानकारी पहले से सेव रहती है। अगर इन डिटेल्स में कोई बदलाव नहीं करना है, तो केवल आवेदन शुल्क भरकर आवेदन प्रक्रिया पूरी की जा सकती है।
आयोग को भी मिली बड़ी राहत
पहले की व्यवस्था में कई उम्मीदवार परीक्षा केंद्र पाने के लिए एक ही परीक्षा में अलग-अलग नाम या जानकारी देकर कई बार आवेदन कर देते थे। इससे आयोग पर प्रशासनिक दबाव बढ़ता था और भर्ती प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल उठते थे।
अब OTR से यह समस्या समाप्त हो गई है। अब एक अभ्यर्थी सिर्फ एक ही रजिस्ट्रेशन नंबर से आवेदन कर सकता है, जिससे डुप्लीकेट आवेदनों पर पूरी तरह रोक लग गई है। इससे परीक्षा केंद्रों का आवंटन भी सुनियोजित और न्यायसंगत तरीके से हो पा रहा है।
आंकड़े बताते हैं सफलता
OTR के तहत अब तक 21 लाख 59 हजार 763 से अधिक अभ्यर्थी रजिस्ट्रेशन कर चुके हैं। यह इस सिस्टम की सफलता और अभ्यर्थियों के भरोसे को दर्शाता है। आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उनका उद्देश्य भर्ती प्रक्रिया को इतना पारदर्शी और सुगम बनाना है कि किसी भी उम्मीदवार को बेवजह की कठिनाइयों का सामना न करना पड़े।
UPPSC की यह OTR पहल भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता, विश्वसनीयता और सुविधा की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है। इससे न सिर्फ आयोग का कार्यभार कम हुआ है, बल्कि अभ्यर्थियों का भरोसा भी बढ़ा है। आने वाले समय में यह प्रणाली प्रदेश में सभी भर्ती प्रक्रियाओं की रीढ़ बनने जा रही है।