बिहार के मोतीहारी जिले के सीमावर्ती गांव पीठवा निवासी संजीव कुमार ने UPSC सिविल सेवा परीक्षा 2024 में शानदार सफलता पाई है। किराना दुकानदार के बेटे संजीव ने अपने दूसरे प्रयास में ऑल इंडिया रैंक 583 हासिल कर यह साबित कर दिया कि साधारण बैकग्राउंड से भी असाधारण लक्ष्य को पाया जा सकता है।
शुरुआत से ही थे मेधावी छात्र
संजीव ने अपनी स्कूली शिक्षा इंडियन पब्लिक स्कूल से शुरू की। साल 2017 में ज्ञान ज्योति स्कूल से मैट्रिक में 95% अंक लाए। इंटरमीडिएट की पढ़ाई दिल्ली के केशवपुरम स्थित केंद्रीय विद्यालय से की और 2019 में 95.6% अंकों के साथ कक्षा 12वीं पास की। इसके बाद उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से पॉलिटिकल साइंस में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की, जिसमें उन्हें 72.6% अंक प्राप्त हुए।
दूसरे प्रयास में मिली सफलता
साल 2022 में ग्रेजुएशन के बाद संजीव ने UPSC की तैयारी शुरू की। पहले प्रयास में मेंस तक पहुंचे लेकिन फाइनल मेरिट लिस्ट में जगह नहीं बना सके। हालांकि उन्होंने हार नहीं मानी और पूरे समर्पण से दोबारा प्रयास किया। इस बार उन्होंने न सिर्फ परीक्षा पास की बल्कि 583वीं रैंक के साथ देशभर में नाम कमाया।
कड़ी मेहनत और अनुशासन बनी सफलता की कुंजी
संजीव रोजाना करीब 10 घंटे पढ़ाई करते थे। उन्होंने तैयारी के लिए यूट्यूब, स्टडी मटीरियल और कोचिंग की मदद ली। उनका मानना है कि दृढ़ निश्चय, निरंतरता और आत्मविश्वास ही सफलता के असली सूत्र हैं।
परिवार का रहा पूरा समर्थन
संजीव के माता-पिता – सुनील कुशवाहा और सुनीता कुमारी ने कठिन परिस्थितियों में भी बेटे की पढ़ाई में कोई कमी नहीं आने दी। आज पूरे गांव और जिले को संजीव की सफलता पर गर्व है। घर में लगातार बधाई देने वालों का तांता लगा है। संजीव की यह कहानी उन हजारों युवाओं के लिए प्रेरणा है जो सीमित संसाधनों में भी बड़े सपने देखते हैं।