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रोजाना 52 सेकेंड के लिए थम जाता है भारत का यह शहर, छा जाता है सन्नाटा, नाम और वजह सुनकर रह जाएंगे दंग!

आज हम आपको भारत के उस शहर के बारे में बताएंगे, जो रोजाना करीब 52 सेकेंड के लिए पूरी तरह से थम जाता है। नजारा कुछ ऐसा होता है कि मानो पूरे शहर में सन्नाटा छा गया हो।

Author Edited By : News24 हिंदी Updated: Apr 3, 2025 15:16

भारत में कई ऐसे शहर हैं जो अपनी अनोखी पहचान के लिए जाने जाते हैं। भारत का एक ऐसा ही शहर तेलंगाना राज्य में स्थित है, जिसका नाम है नलगोंडा (Nalgonda)। यह शहर अपनी एक अनोखी परंपरा के लिए देशभर में चर्चा का विषय बना हुआ है।

आप जानकर हैरान होंगे कि यहां हर सुबह 8 बजे राष्ट्रगान बजाया जाता है और जैसे ही राष्ट्रगान शुरू होता है, पूरे शहर में एक पल के लिए सन्नाटा छा जाता है। शहर में हर व्यक्ति जहां है, वहीं रुक जाता है और राष्ट्रगान गाता है। चाहे वो सड़क पर चल रहा हो, दुकान पर खड़ा हो या फिर अपने घर में हो।

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कैसे शुरू हुई ये परंपरा?
यह परंपरा जम्मीकुंट नामक स्थान से शुरू हुई थी। यहां के लोगों ने प्रतिदिन राष्ट्रगान बजाने की शुरुआत की थी। इससे प्रेरित होकर नलगोंडा की ‘जनगणमन उत्सव’ समिति ने भी यह पहल शुरू की। जनवरी 2021 में इस परंपरा का पहली बार परीक्षण किया गया था और लोगों ने इसे खूब पसंद भी किया।

NALGONDA

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शहर में 12 बड़े लाउडस्पीकर
शहर के अलग-अलग हिस्सों में 12 बड़े लाउडस्पीकर लगाए गए हैं, ताकि हर कोई राष्ट्रगान सुन सके। आने वाले दिनों में शहर के अन्य हिस्सों में भी ऐसे लाउडस्पीकर लगाने की योजना है।

शहरवासियों के लिए एक खास पल
जब राष्ट्रगान बजता है तो शहरवासियों के लिए यह एक रोमांचकारी क्षण होता है। वे सभी एक साथ खड़े होकर राष्ट्रगान गाते हैं और तिरंगे को सलाम करते हैं। यह दृश्य सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल होता रहता है।

राष्ट्रगान के प्रति सम्मान
इस परंपरा के पीछे का मकसद है कि हर दिन राष्ट्रगान का सम्मान हो। यहां लोग राष्ट्रगान को महसूस करते हैं और उसके प्रति सम्मान रखते हैं। जब राष्ट्रगान बजता है तो सड़कों पर चलने वाले वाहन भी रुक जाते हैं। लोग अपने वाहनों से उतरकर राष्ट्रगान गाते हैं।

एक अनोखी पहचान
नलगोंडा की यह परंपरा इसे देश के अन्य शहरों से अलग बनाती है। यह दिखाता है कि कैसे एक छोटी सी पहल से पूरे शहर की भावना को बदला जा सकता है।

First published on: Apr 03, 2025 03:16 PM

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