Name of Startup : हम किसी भी कंपनी को उसके ब्रांड के नाम से जानते है। ब्रांड का नाम कंपनी की जान होता है। अगर आप अपना स्टार्टअप शुरू कर रहे हैं तो अपने ब्रांड का नाम काफी सोच-समझकर रखें। ब्रांड का नाम अटपटा हो सकता है लेकिन ऐसा न हो कि उसका अर्थ, अनर्थ हो जाए। ब्रांड का नाम रखने से पहले काफी रिसर्च कर लेनी चाहिए। जरूरत पड़े तो Out of the Box जाकर भी सोचें, तकनीक का सहारा लें, लोगों की राय लें।
नाम सरल और छोटा हो
ब्रांड का नाम सरल और छोटा होना चाहिए। नाम ऐसा हो जिसे छोटा बच्चा भी आसानी से बोल सके यानी उसका उच्चारण सही हो। ब्रांड का नाम जितना छोटा और सरल होगा, लोगों के लिए याद रखना आसान हो जाएगा। बेहतर होगा कि ब्रांड का नाम एक या दो शब्दों में ही हो। साथ उसका कोई अच्छा अर्थ भी होना चाहिए। अगर नाम आपके प्रोडक्ट या सर्विस से जुड़ा हुआ होगा तो और बेहतर होगा।
लोगों की मदद लें
अगर आपको ब्रांड का कोई नाम न सूझे तो लोगों की मदद ले सकते हैं। अपने परिवार के सदस्यों, रिश्तेदारों और जानकारों को अपने स्टार्टअप के बारे में बताएं और उनसे कोई अच्छा नाम सुझाने के लिए कहें। आप सोशल मीडिया की भी मदद ले सकते हैं। अपने स्टार्टअप के बारे में लोगों को बताएं और एक अच्छा नाम सुझाने को कहें।
इंटरनेट का सहारा लें
आज आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल बिजनेस में काफी होने लगा है। अपने स्टार्टअप का नाम रखने के लिए AI टूल्स जैसे ChatGPT, Bing आदि की मदद ले सकते हैं। साथ ही आप businessnamegenerator.com, novanym.com, namify.tech, namelix.com आदि वेबसाइट का भी सहारा ले सकते हैं।
रख सकते हैं जगह का नाम
सारे जतन आजमाने के बाद भी कोई नाम न सूझे तो किसी ऐतिहासिक जगह, नदी, समुद्र, द्वीप आदि के नाम पर भी स्टार्टअप का नाम रख सकते हैं। यहां जरूरी नहीं कि नाम का नेचर स्टार्टअप के काम से मिलता हो। जैसे ई-कॉमर्स कंपनी ऐमजॉन का नाम ऐमजॉन जंगल पर है। इसके नाम का कंपनी के काम से दूर-दूर तक कोई संबंध नहीं है।
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इन बातों का ध्यान रखें
- आप स्टार्टअप का जो भी नाम चुनें, देख ले कि पहले से किसी और के पास तो नहीं है। इसके लिए रिसर्च करें और गूगल का सहारा लें।
- अगर अंग्रेजी में कोई नाम सोचा है तो हिंदी में उसका अर्थ भी देख लें। कई बार अंग्रेजी नाम लगते अच्छे हैं लेकिन हिंदी में उनका मतलब कुछ और ही होता है।
- ऐसा नाम कभी न चुनें जो प्रतिस्पर्धी कंपनियों से मिलता-जुलता का हो। इससे कस्टमर्स के बीच में भ्रम पैदा होता है और आप मार्केट में हंसी का पात्र भी बन सकते हैं।
- स्टार्टअप का नाम कभी भी ऐसा न रखें जिसका उच्चारण तो किया जा सके लेकिन स्पैलिंग लिखने में परेशानी हो।