आज के दौर में बड़ी कंपनियों में नौकरी मिलना किसी सपने के सच होने जैसा लगता है। युवा बड़ी उम्मीदों और जश्न के साथ अपने करियर की शुरुआत करते हैं, लेकिन जब अचानक छंटनी की खबर आती है, तो वही खुशी गहरे दर्द में बदल जाती है। अमेज़न द्वारा 14,000 कर्मचारियों की छंटनी की खबर ने हजारों लोगों की जिंदगी में भूचाल ला दिया है। थायरोकेयर के संस्थापक डॉ. ए वेलुमणि ने इस पर भावुक प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि करियर कोई छोटी दौड़ नहीं, बल्कि एक लंबी मैराथन है। जल्दी जश्न न मनाएं, बल्कि भविष्य के लिए तैयार रहें।
अमेजन की छंटनी पर थायरोकेयर के संस्थापक की चेतावनी
थायरोकेयर के संस्थापक डॉ. ए वेलुमणि ने हाल ही में अमेजन द्वारा 14,000 कर्मचारियों की छंटनी की खबरों पर प्रतिक्रिया देते हुए एक महत्वपूर्ण संदेश दिया। उन्होंने कहा कि बड़ी कंपनियों में नौकरी मिलने पर बहुत से युवा जश्न मनाते हैं लेकिन जब अचानक छंटनी होती है तो वे मानसिक और आर्थिक संकट में आ जाते हैं। डॉ. वेलुमणि ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर लिखा “सोचिए कितने लोगों ने इन बड़ी कंपनियों में नौकरी मिलने पर जश्न मनाया होगा और अब कितने लोग निराश होंगे। यह 10 या 20 नहीं 1000 या 2000 नहीं बल्कि 14,000 लोग हैं। करियर या बिजनेस यह एक मैराथन दौड़ है, जल्दी जश्न न मनाएं।” उनकी इस पोस्ट को हजारों लोगों ने देखा और इस पर बड़ी संख्या में प्रतिक्रियाएं दीं।
Imagine how many might have celebrated for getting a campus placement with such brands.
Now how many might feel depressed!
It is not 10 or 20.
100 or 200
1000 or 2000
14000!!!!---विज्ञापन---Donot celebrate too early. Career or business – It’s Marathon Race. pic.twitter.com/rrcQujB7hN
— Dr. A. Velumani.PhD. (@velumania) March 19, 2025
नौकरी की अस्थिरता पर लोगों की प्रतिक्रियाएं
इस पोस्ट के बाद सोशल मीडिया पर बड़ी बहस छिड़ गई। कई यूजर्स ने इसे सही ठहराते हुए कहा कि आज के समय में नौकरी की सुरक्षा केवल एक भ्रम है। एक यूजर ने लिखा, “नौकरी की सुरक्षा एक मिथक है। असली ताकत स्किल्स, नई चीजें सीखने की क्षमता और आर्थिक समझदारी में होती है न कि बड़ी कंपनियों के टाइटल्स में।” वहीं एक अन्य यूजर ने कहा, “जीवन में कभी भी बहुत जल्दी संतुष्ट नहीं होना चाहिए। चाहे करियर हो या बिजनेस यह एक लंबी दौड़ है, जिसमें बदलाव कभी भी आ सकते हैं।”
प्रोफेशनल जीवन में सतर्क रहने की सीख
डॉ. वेलुमणि की इस पोस्ट ने नौकरीपेशा लोगों को यह सिखाया कि सिर्फ नामी कंपनियों में नौकरी पाना ही सफलता नहीं है, बल्कि असली चुनौती खुद को हमेशा अपडेट रखना और बदलते हालातों के लिए तैयार रहना है। कई लोगों ने इस पर सहमति जताते हुए लिखा कि करियर को लंबी दूरी की दौड़ की तरह देखना चाहिए, न कि छोटी दूरी की स्प्रिंट की तरह। कुछ लोगों ने प्रेरणादायक संदेश भी साझा किए, जिनमें कहा गया कि हालात कितने भी खराब क्यों न हों, हार नहीं माननी चाहिए।
वित्तीय प्रबंधन का महत्व
इस चर्चा में कई लोगों ने इस बात पर जोर दिया कि हर किसी को अपने भविष्य के लिए पहले से आर्थिक तैयारी करनी चाहिए। एक यूजर ने लिखा, “उम्मीद है कि जिनकी नौकरी गई है, उन्होंने पहले से बचत और निवेश किया होगा।” वहीं एक और व्यक्ति ने पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के शब्द याद दिलाते हुए कहा, “कंपनी के प्रति नहीं, बल्कि अपने काम के प्रति वफादार रहो।” इस पूरी स्थिति से यह साफ होता है कि चाहे कोई भी क्षेत्र हो, सतर्क रहना और पहले से तैयारी करना जरूरी है, क्योंकि नौकरी या बिजनेस हमेशा स्थिर रहेंगे, इसकी कोई गारंटी नहीं होती।