RAILWAY SPECIAL SCHEME TO PASSENGERS: विशिष्ट मार्गों (specific routes) पर यात्रा की भारी मांग को देखते हुए, रेल मंत्रालय ने ‘क्लोन स्पेशल ट्रेनें’ (clone special trains) शुरू की हैं। यह पहले से चल रही 310 से अधिक विशेष ट्रेनों के अतिरिक्त हैं। भारतीय ट्रैक पर इस तरह की ट्रेनें पहली बार दौड़ रही हैं।
क्या होती हैं ‘क्लोन ट्रेनें’?
यह प्रतीक्षा सूची के यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने की एक विशेष योजना है। इन ट्रेनों को मौजूदा ट्रेनों के विकल्प के रूप में संचालित किया जाएगा, जब वास्तविक ट्रेनों में बड़ी संख्या में प्रतीक्षा सूची वाले यात्री होंगे। हालांकि, 2020 में जब यह ट्रेनें शुरू हुई थी तो तब केवल ये 20 जोड़ों के रूप में थीं। इसके 20 और जोड़े जोड़ने की योजना थी। हालांकि, इसपर अभी लेटेस्ट जानकारी नहीं मिल सकी है। पिछले कुछ महीनों में, रेलवे कई ट्रेनों के अधिभोग स्तर और प्रतीक्षा सूची संख्या का मूल्यांकन कर रहा था और इन 40 जोड़ी ट्रेनों के साथ आने का फैसला किया। योजना के अनुसार, ये ट्रेनें केवल प्रतीक्षा सूची वाले यात्रियों के लिए निर्धारित की गई हैं।
क्लोन ट्रेनों की अवधारणा लगभग एक दशक पहले पेश की गई थी। हालांकि, महामारी के बाद ही रेलवे ने इस पुराने प्रस्ताव पर फिर से विचार किया और क्लोन ट्रेनों के साथ आने का फैसला किया। एक बार मूल ट्रेन आरक्षण चार्ट तैयार हो जाने के बाद (प्रस्थान से चार घंटे पहले), प्रतीक्षा सूची वाले यात्रियों को क्लोन ट्रेन में उनकी सीटों के बारे में सूचित किया जाएगा।
और पढ़िए – सोने-चांदी के दाम में बढ़ोतरी से ग्राहक परेशान, जानें ताजा भाव
इन ट्रेनों की खासियत
इन ट्रेनों के लिए आरक्षण शुरू हो चुका। ये क्लोन ट्रेनें अधिसूचित समय पर चलेंगी और पूरी तरह से आरक्षित ट्रेनें होंगी। स्टॉपेज परिचालन हाल्ट तक सीमित होंगे। इन ट्रेनों के लिए ARP (एडवांस रिजर्वेशन पीरियड) 10 दिन का होगा।
और पढ़िए – बिजनेस से जुड़ी अन्य बड़ी ख़बरें यहाँ पढ़ें