पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) सरकार द्वारा समर्थित एक दीर्घकालिक बचत योजना है, जिसे कर लाभ के साथ छोटी बचत को प्रोत्साहित करने के लिए डिजाइन किया गया है। यह एक सुरक्षित और विश्वसनीय निवेश विकल्प है, जो अपनी ट्रिपल टैक्स छूट के लिए लोकप्रिय है – जिसका अर्थ है कि जमा, अर्जित ब्याज और मैच्योरिटी आय सभी कर-मुक्त हैं।
कितनी है ब्याज दर?
PPF ऐसे लोगों के लिए एक बेहतरीन निवेश विकल्प है, जिन्हें ज्यादा जोखिम मोल नहीं लेना। सरकार ने हाल ही में पीपीएफ और एनएससी सहित विभिन्न लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दरों को लगातार पांचवीं तिमाही के लिए अपरिवर्तित रखा है। यानी इसमें किसी तरह का कोई बदलाव नहीं हुआ है। PPF निवेशकों को 7.1 प्रतिशत तक की दर से ब्याज मिलता रहेगा। 1 अप्रैल-30 जून 2025 तिमाही तक यही ब्याज दर रहेगी।
PPF कैलकुलेशन
पब्लिक प्रोविडेंट फंड यानी PPF में निवेश से रिटायरमेंट के लिए एक अच्छा फंड तैयार किया जा सकता है। SBI के PPF कैलकुलेटर के अनुसार, यदि कोई व्यक्ति हर साल 12 हजार रुपये 15 सालों तक निवेश करता है, तो उसका कुल निवेश होगा 1,80,000, 7.1 प्रतिशत ब्याज दर के हिसाब से कुल ब्याज होगा 1,45,457 और मैच्योरिटी अमाउंट हो जाएगा 3,25,457 रुपये।
पीपीएफ की मुख्य विशेषताएं
टेन्योर: 15 वर्ष (5-5 साल के लिए बढ़ाया जा सकता है)
न्यूनतम जमा: 500 रुपये प्रति वर्ष
अधिकतम जमा: 1.5 लाख रुपये प्रति वर्ष
कर लाभ: आयकर अधिनियम की धारा 80सी के अंतर्गत
लोन एवं निकासी सुविधा: कुछ वर्षों के बाद अनुमति दी जाती है
पीपीएफ पात्रता
भारत का कोई भी निवासी PPF खाता खोल सकता है। पीपीएफ अकाउंट किसी भी बैंक या पोस्ट ऑफिस में खुलवाया जा सकता है। नाबालिग के मामले में माता-पिता या कानूनी अभिभावक बच्चे की ओर से पीपीएफ खाता खोल सकते हैं। इस स्थिति में संयुक्त जमा सीमा (अभिभावक के पीपीएफ खाते सहित) 1.5 लाख रुपये प्रति वर्ष है।
किस पर कितना ब्याज?
सरकार ने लघु बचत योजनाएं या स्मॉल सेविंग स्कीम्स की ब्याज दरों के संबंध में हाल ही में एक सर्कुलर जारी किया है। सर्कुलर के अनुसार, पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) पर 7.1% ब्याज मिलेगा। नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC) पर 7.7% ब्याज मिलेगा। जबकि सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) और सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) पर 8.2% की दर से ब्याज मिलता रहेगा। किसान विकास पत्र (KVP) के लिए ब्याज दर 7.5% है। बता दें कि सरकार हर तीन महीने में स्मॉल सेविंग स्कीम पर मिलने वाली ब्याज दरें निर्धारित करती है। सरकार ने इससे पहले जनवरी-मार्च 2024 की तिमाही में कुछ योजनाओं की ब्याज दरों को बढ़ाया था। उस समय सुकन्या समृद्धि योजना की ब्याज दर 8% से बढ़ाकर 8.2% कर दिया गया था। अप्रैल 2024 के बाद से इन स्कीम्स की ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
यह भी पढ़ें – रिटायरमेंट प्लानिंग 2025: PPF, NPS और SIP के क्या हैं फायदे, कैसे करें निवेश?