Ola Cabs CEO Hemant Bakshi Resigns: जानी-मानी ऑनलाइन कैब सर्विस प्रोवाइडर कंपनी ओला कैब्स की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं। कंपनी के सीईओ हेमंत बक्शी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने इस साल जनवरी में ही कंपनी ज्वॉइन की थी और चार महीने के अंदर-अंदर इतना बड़ा फैसला ले लिया। लगभग चार महीने में ही वह कंपनी ‘ओला’ छोड़ रहे हैं।
बड़ी छंटनी के आसार
इस्तीफे की खबरें तब आई हैं जब कंपनी री-स्ट्रक्चरिंग प्रोसेस शुरू करने का प्लान बना रही है। इससे मिनिमम 10 फीसदी कर्मचारियों पर असर पड़ेगा। मनीकंट्रोल के सूत्रों के हवाले से बताया गया कि री-स्ट्रक्चरिंग प्रोसेस के साथ संगठन के अंदर कुछ लोगों का रोल इस्तेमाल में नहीं रहेगा।
आईपीओ की हो रही तैयारी
आपको बता दें कि ओला कैब्स आईपीओ लांच करने का भी प्लान कर रहा है और इसके लिए इन्वेस्टर बैंक्स के साथ बातचीत भी शुरू हो चुकी है। मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट के अनुसार कंपनी आईपीओ के लांच का मूल्यांकन कर रही है और इसके साथ कंपनी द्वारा बीते एक महीने में कई सारी नई नियुक्तियां भी की गई हैं।
ओला कैब्स ने अंतरराष्ट्रीय ऑपरेशन्स किए बंद
ओला कंपनी ने कुछ देशों में अपने इंटरनेशनल ऑपरेशन्स बंद कर दिए हैं। इससे पहले कहा गया था कि कंपनी ने अपनी प्राथमिकताओं का पुनर्मूल्यांकन किया है और यूके, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में अपने विदेशी राइड-हेलिंग बिजनेस को करेंट फॉर्म में बंद करने का फैसला लिया है। कंपनी 1 अरब भारतीयों की सेवा करने के अपने मिशन पर बहुत उत्साहित और केंद्रित हैं।
कैसी है ओला कैब्स की वित्तीय स्थिति?
फाइनेंशियल ईयर 2013 में ओला के मोबिलिटी बिजनेस ने ₹2,135 करोड़ का रेवेन्यू दर्ज किया था जो करीब 58 प्रतिशत ज्यादा था। फाइनेंशियल ईयर 2012 में ₹66 करोड़ के EBITDA नुकसान की रिपोर्ट करने के बाद फर्म ने पहली बार ₹250 करोड़ का पॉजिटिव EBITDA रिपोर्ट किया।
यह भी पढ़ें: रेलवे के साथ सफर ही नहीं कमाई भी करें, हर महीने कमा सकते हैं मोटा पैसा, जानिए तरीका