Mukesh Ambani’s Masterstroke: बीते कुछ वक्त में आयुर्वेद उत्पादों के प्रति लोगों का रुझान बढ़ा है। इसी को ध्यान में रखते हुए अरबपति कारोबारी मुकेश अंबानी एक बड़ा दांव खेलने जा रहे हैं। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन अंबानी ने आयुर्वेद सेक्टर में एंट्री का एक धांसू प्लान तैयार किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, रिलायंस ब्यूटी सेगमेंट से आयुर्वेद बाजार में प्रवेश की तैयारी में है।
पेश होगी पूरी प्रोडक्ट रेंज
रिलायंस रिटेल एक प्रीमियम आयुर्वेद ब्यूटी ब्रांड लॉन्च करने वाली है, जिसे कंपनी के ब्यूटी प्लेटफॉर्म Tira के तहत पेश किया जाएगा। रिलायंस आयुर्वेद आधारित उत्पादों की एक पूरी श्रृंखला लॉन्च करेगी। इसमें स्किन केयर, बॉडी केयर, बालों की देखभाल और स्वास्थ्य से जुड़े उत्पाद शामिल होंगे। कंपनी रात और दिन की क्रीम, बॉडी लोशन, साबुन, हेयर शैम्पू, कंडीशनर जैसे प्रोडक्ट्स के साथ मार्केट के एक बड़े हिस्से पर कब्जे की तैयारी में है।
कब तक होगी लॉन्चिंग?
रिपोर्ट्स के अनुसार, रिलायंस ने अपने आयुर्वेदिक ब्यूटी ब्रांड के उत्पादों की टेस्टिंग को पहले ही पूरा कर लिया है। आयुर्वेद सेक्टर में रिलायंस का यह पहला कदम होगा। माना जा रहा है कि कंपनी अप्रैल 2025 तक अपना नया ब्रांड लॉन्च कर सकती है। खास बात यह है कि इस ब्रांड के सभी उत्पादों का प्रोडक्शन रिलायंस के इकोसिस्टम के भीतर किया जाएगा। दूसरे शब्दों में कहें तो रिलायंस खुद इन उत्पादों को तैयार करेगी।
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कहां मिलेंगे प्रोडक्ट्स?
कंपनी की योजना इन उत्पादों को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों चैनलों के माध्यम से बेचने के है। टीरा स्टोर्स और अन्य रिलायंस स्टोर्स से भी इन उत्पादों को खरीदा जा सकेगा। बता दें कि मुकेश अंबानी पिछले कुछ समय से कारोबार के विस्तार पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं। वह कुछ विदेशी ब्रांड को भी भारत लेकर आए हैं। इसकी चीनी फैशन ब्रांड Shein भी शामिल है। 2020 में भारत-चीन सीमा विवाद के चलते Shein को बैन कर दिया गया था। अब रिलायंस रिटेल के साथ साझेदारी में उसकी भारत में वापसी हुई है।
कितना बड़ा है बाजार?
अब चलिए यह भी जान लेते हैं कि मुकेश अंबानी जिस आयुर्वेद मार्केट में एंट्री करने जा रहे हैं, वह कितना बड़ा है। पिछले साल सामने आई एक रिसर्च रिपोर्ट के अनुसार, भारत का आयुर्वेद उत्पाद बाजार वित्त वर्ष 28 तक 1.2 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने का अनुमान है, जो वर्तमान में 57,450 करोड़ रुपये है। आयुर्वेद टेक स्टार्टअप NirogStreet ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में प्राकृतिक और हर्बल उपचारों की बढ़ती मांग, आयुर्वेदिक चिकित्सकों की संख्या में वृद्धि और सरकारी पहल आदि के कारण आयुर्वेद प्रोडक्ट मार्केट में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।