Blinkit: दिल्ली-एनसीआर के कई हिस्सों में फूड डिलिवरी फर्म जोमैटो की ग्रॉसरी यूनिट Blinkit के करीब 100 स्टोर फिलहाल बंद हो गए हैं। दरअसल, डिलिवरी पार्टनर पेमेंट स्ट्रक्चर में हालिया बदलावों का विरोध कर रहे हैं। ब्लिंकिट की संशोधित भुगतान संरचना के अनुसार, डिलीवरी पार्टनर्स को अब प्रति डिलीवरी 25 रुपये के बजाय न्यूनतम 15 रुपये प्रति डिलीवरी का शुल्क प्राप्त होगा।
इस बीच, दिल्ली और एनसीआर के कई हिस्सों में नियमित ग्राहक पिछले कुछ दिनों से ब्लिंकिट ऐप पर अपने ऑर्डर नहीं दे पाए हैं। उनको एक संदेश भेजा जा रहा है, जिसमें लिखा है, ‘अधिक मांग के कारण, अस्थायी रूप से अनुपलब्ध।’
दिल्ली-एनसीआर में ब्लिंकिट के 100 से ज्यादा स्टोर बंद, कई इलाकों में ठप हुई सर्विस
पेआउट स्ट्रक्चर में बदलाव के खिलाफ डिलीवरी पार्टनर्स का विरोध प्रदर्शन #Blinkit #DelhiNCR pic.twitter.com/PI1FDafQjM
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BJP नेता समर्थन में उतरे
बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने ट्विटर पर अपने कर्मचारियों के साथ अन्याय करने के लिए ब्लिंकिट प्रबंधन की आलोचना की। उन्होंने पुराने भुगतान ढांचे को वापस करने की भी मांग की। मिश्रा ने हिंदी में ट्वीट किया, ‘Blinkit के कुछ कर्मचारी आज मिलने आए, Blinkit अपने कर्मचारियों के साथ जो अन्याय कर रहा है वो गैर कानूनी है। Blinkit मैनेजमेंट लाखों परिवारों की ज़िंदगी से खेल रहा है। ब्लिंकिट मैनेजमेंट को तुरंत पुराना पेमेंट लागू करना ही होगा। ₹ 25 प्रति डिलीवरी से घटाकर ₹ 10-15 करना कर्मचारियों के साथ धोखा है।’
Blinkit के कुछ कर्मचारी आज मिलने आये
Blinkit अपने कर्मचारियों के साथ जो अन्याय कर रहा है वो ग़ैर क़ानूनी है
@letsblinkit मैनेजमेंट लाखों परिवारों की ज़िंदगी से खेल रहा है
ब्लिंकिट मैनेजमेंट को तुरंत पुराना पेमेंट लागू करना ही होगा
₹ 25 प्रति डिलीवरी से घटाकर ₹ 10-15…
— Kapil Mishra (Modi Ka Pariwar) (@KapilMishra_IND) April 14, 2023
पिछले साल, Zomato ने Blinkit (जिसे पहले ग्रोफर्स के नाम से जाना जाता था) को 550 मिलियन डॉलर में ‘क्विक कॉमर्स’ के बैंडवागन पर छलांग लगाने हेतु खरीदा था, जिसका मतलब है कि कुछ ही मिनटों में लोगों को सामान पहुंचाना।