नई दिल्ली: चार सालों से जमीन में धूल फांक रही जेट एयरवेज के लिए 31 जुलाई का दिन खुशखबरी लेकर आया है। एविएशन रेगुलेटर यानी कि DGCA ने जेट एयरवेज को उड़ान भरने को लेकर आखिरकार अब इजाजत दे दी है। गौरतलब है कि जेट एयरवेज 4 साल पहले दिवालिया घोषित हो चुका था जिसके बाद रातों रात एयरलाइन को बंद करना पड़ा। हजारों कर्मचारी सड़कों पर आ गए थे।
जेट एयरवेज के लिए बोली लगाने वाले जालान-कालरॉक कंसोर्टियम ने आज यानी 31 जुलाई को जानकारी साझा करते हुए बताया कि जेट एयर वेज के एयर ऑपरेटर परमिट को फिर से जारी कर दिया है। इससे पहले भी परमिट जारी दो बार किया गया था लेकिन किसी कारण जेट उड़ानें शुरू नहीं कर पाया और परमिट एक्सपायर हो गया था।
17 अप्रैल 2019 से जेट एयरवेज की सारी उड़ाने बंद कर दी गई थी। कंसोर्टियम ने आज आपने बयान में कहा है कि इसी 28 जुलाई को DGCA से जेट एयरवेज के लिए AOC मिल गया है। इससे जेट एयरवेज की उड़ान फिर से शुरू होने का रास्ता साफ हो गया है जिसके बाद कोशिश है कि जल्द से जल्द जेट एयरवेज की उड़ान फिर से जल्द शुरू की जा सकेगी।
और पढ़िए – आसमान में फिर से उड़ान भरेंगे गोफर्स्ट के विमान, DGCA ने शर्तों के साथ दी मंजूरी
शेयरों में आया उछाल
जेट एयरवेज के लिए ऐसे में दूसरी खुशी तब आई जब उड़ान की इजाजत मिलने के बाद एयरलाइन के शेयर में तकरीबन 5 फीसदी का उछाल देखने के लिए मिला जो अब 51 रुपए तक पहुंच चुका है। हालांकि अभी भी 52 सप्ताह के उच्च स्तर की तुलना में आधे से भी कम कीमत पर ट्रेड कर रहा है। जेट एयरवेज के शेयर का 52 सप्ताह का उच्च स्तर 106.35 रुपया है।
अक्टूबर 2020 में कंसोर्शियम ने जेट एयरवेज की बिड अपने नाम की थी। कंसोर्शियम को मुरारी लाल जालान नाम के बिजनेसमैन लीड कर रहे हैं। इस डील के लिए कंसोर्टियम द्वारा जनवरी 2023 तक डेढ़ सौ करोड़ की बैंक गारंटी जमा की गई थी।
Edited By