Hindenburg Report Impact on Share Market: हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड यानी सेबी की अध्यक्ष माधवी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच पर लगाए गए गंभीर आरोपों ने भारतीय शेयर बाजार में एक नई बहस छेड़ दी है। अडानी समूह के खिलाफ अपने पिछले आरोपों के बाद, हिंडनबर्ग का यह नया आरोप भारतीय शेयर बाजार के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकता है। कहा जा रहा है कि आज इसका असर शेयर बाजार पर देखने को मिलेगा। चलिए जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स…
क्या कहते हैं Experts
शेयर बाजार विश्लेषकों का मानना है कि ये मामला बाजार में कुछ हलचल पैदा कर सकता है, लेकिन बड़े पैमाने पर गिरावट की संभावना कम है। कहा जा रहा है कि ये सिर्फ आरोप हैं और अभी तक कोई ठोस सबूत सामने नहीं आया है।
सुनील सुब्रमण्यम: स्टॉक मार्किट एनालिस्ट सुनील सुब्रमण्यम का मानना है कि बाजार प्रतिक्रिया देगा लेकिन साथ ही निवेशकों के लिए नए अवसर भी पैदा होंगे। हिंडनबर्ग की शॉर्ट सेलिंग स्ट्रेटेजी के कारण कुछ और खिलाड़ी भी बाजार में बिकवाली कर सकते हैं।
अंबरीश बालिगा: वहीं इस मामले पर अंबरीश बालिगा का मानना है कि शुरुआत में बाजार में कुछ गिरावट आ सकती है, लेकिन बाद में सुधार भी हो सकता है। यदि माधवी पुरी बुच को इन आरोपों के कारण पद छोड़ना पड़ता है तो समस्या गंभीर हो सकती है।
जी चोकालिंगम: हिंडनबर्ग के आरोपों पर विश्वास नहीं किया जाना चाहिए और बाजार सोमवार को स्थिर रह सकता है।
यू आर भट्ट: उनका मानना है कि हिंडनबर्ग के इन आरोपों का अडानी समूह पर आए आरोपों जितना प्रभाव नहीं पड़ेगा।
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बाजार पर क्या होगा असर?
शुरुआती गिरावट: शुरुआती कारोबार में बाजार में कुछ गिरावट देखने को मिल सकती है, खासकर अगर अन्य निवेशक भी बिकवाली करने लगें। हालांकि लॉन्ग टर्म के निवेशकों का रवैया महत्वपूर्ण होगा। अगर वे बाजार पर भरोसा बनाए रखते हैं तो बाजार जल्दी ही स्थिर हो सकता है। सेबी की इस मामले में क्या कार्रवाई होती है, यह भी बाजार को प्रभावित करेगा।
जबकि वैश्विक बाजारों की स्थिति, रुपये की विनिमय दर और अन्य आर्थिक संकेत भी बाजार को प्रभावित कर सकते हैं। इन सभी को देखते हुए कहना मुश्किल है कि Hindenberg की रिपोर्ट से आज शेयर बाजार में बम फटेगा।