Gold Price Update: सोने की कीमतों में लगातार तेजी आ रही है। आज यानी 6 फरवरी को भी गोल्ड के दामों में उछाल देखने को मिल रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीतियों के चलते ट्रेड वॉर शुरू हो गई है। ऐसे में सोने की कीमतों में आगे भी तेजी बने रहने की उम्मीद है। जिस रफ्तार से सोना भाग रहा है, अगर वह कायम रहती है तो जल्द ही यह 90 हजार का आंकड़ा छू सकता है।
इस तरह बढ़े दाम
इंडियन बुलियन ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) के आंकड़ों पर नजर डालें, तो 31 जनवरी से लेकर अब तक सोना काफी महंगा हो गया है। 31 जनवरी को 24 कैरेट वाला 10 ग्राम सोना 82086 रुपये भाव पर मिल रहा था और 5 फरवरी को इसकी कीमत 84657 रुपये पहुंच गई। वहीं, गुडरिटर्न्स के अनुसार, आज सोने के दाम 86,250 रुपये हो गए हैं। उधर, चांदी की कीमतों में भी उछाल आया है। चांदी 99,600 प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई है।
कहां, कितने हैं दाम?
देश के अलग-अलग शहरों में सोने के भाव की बात करें, तो राजधानी दिल्ली में 24 कैरेट वाले 10 ग्राम सोने की कीमत 86,400 रुपये चल रही है। मुंबई में 86,250, लखनऊ में 86,400, बेंगलुरु में 86,250, चेन्नई में 86,250, कोलकाता में 86,250, हैदराबाद में 86,250, अहमदाबाद में 86,300 और पुणे में सोना 86,250 रुपये के भाव पर मिल रहा है।
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अलग-अलग कीमत क्यों?
सोने की कीमतें हर शहर में अलग क्यों होती हैं, सभी शहरों में दाम एक जैसा क्यों नहीं होता है? दरअसल, सोने की कीमत कई बातों पर निर्भर करती है और इसमें टैक्स सबसे प्रमुख है। राज्य सरकारों की ओर से सोने पर स्थानीय टैक्स लगाया जाता है, जो हर राज्य और शहर में अलग होता है, जिससे इसकी कीमतों में अंतर आ जाता है।
कैसे प्रभावित होती हैं कीमतें?
देश में सोने की कीमतें केवल मांग और आपूर्ति से ही प्रभावित नहीं होतीं, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर होने वाली गतिविधियों का भी इन पर असर पड़ता है। लंदन ओटीसी स्पॉट मार्केट और कॉमेक्स गोल्ड फ्यूचर्स मार्केट सहित प्रमुख वैश्विक बाजारों में होने वाली व्यापारिक गतिविधियों से भी सोने की कीमतें काफी हद तक प्रभावित होती हैं।
कौन तय करता है कीमत?
दुनियाभर में लंदन बुलियन मार्केट एसोसिएशन (LBMA) द्वारा Gold की कीमत तय की जाती है। वो US डॉलर में सोने की कीमत प्रकाशित करता है, जो बैंकरों और बुलियन व्यापारियों के लिए वैश्विक बेंचमार्क के रूप में कार्य करती है। वहीं, अपने देश में, इंडियन बुलियन ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) सोने की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में आयात शुल्क और अन्य टैक्स को जोड़कर यह निर्धारित करता है कि रिटेल विक्रेताओं को सोना किस दर पर दिया जाएगा।
बढ़ रही है डिमांड
एक्सपर्ट्स का मानना है कि एक बड़ी रैली के बाद सोने की कीमतों में जो गिरावट आनी थी, वह आ चुकी है। अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप शासन शुरू होने से जियो पॉलिटिकल टेंशन बढ़ रही है, जिससे गोल्ड को सपोर्ट मिल रहा है। इसके अलावा, गोल्ड ETF में बढ़ रहे निवेश से सोने की मांग बढ़ रही है। ऐसे में इस साल सोना 90 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकता है।