कौन-कौन से ऐप लिस्ट में शामिल?
जानकारी के अनुसार FIU ने इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय से 9 क्रिप्टो एक्सचेंज ऐप्स के यूआरएल को ब्लॉक करने की मांग की थी जिसमें बिनेंस, कुकोइन, हुओबी, क्रैकन, गेट.आईओ, बिट्ट्रेक्स, बिटस्टैम्प, एमईएक्ससी ग्लोबल और बिटफेनेक्स शामिल हैं। बताया जा रहा है कि ये कदम भारतीय एंटी-मनी लॉन्ड्रिंग नियमों के उल्लंघन के जवाब में उठाया गया है। एफआईयू ने Prevention of Money Laundering Act, 2002 की धारा 13 के तहत 9 वर्चुअल डिजिटल एसेट्स सर्विस प्रोवाइडर्स को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। वीडियो से जानें ऐसी क्रिप्टोकरेंसी के बारे में जिसने दिया भर भर के रिटर्नरजिस्ट्रेशन से बच रही कंपनियां?
एफआईयू के अनुसार, इस वक्त कुल 31 वर्चुअल डिजिटल एसेट सर्विस प्रोवाइडर्स (वीडीए एसपी) ने एफआईयू इंडिया के साथ सक्सेसफुल रजिस्ट्रेशन किया है। हालांकि, अभी भी कई Foreign Institutions, भारत में Substantial यूजर बेस को पूरा करने के बावजूद, रजिस्ट्रेशन से बच रहे हैं और एंटी मनी लॉन्ड्रिंग (एएमएल) और काउंटर फाइनेंसिंग ऑफ टेररिज्म (सीएफटी) ढांचे के दायरे से बाहर काम कर रही हैं।पहले लग चुका है बैन
बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक ने पांच साल पहले क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगाया था, जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने इस फैसले को पलट दिया था। हालांकि, केंद्रीय बैंक ने क्रिप्टोकरेंसी को गैरकानूनी घोषित करने के विचार का समर्थन करना जारी रखा है।
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