GST Reforms Impact: केंद्रीय मंत्री और BJP नेता अश्विनी वैष्णव ने पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए हाल ही किए गए GST सुधारों की सराहना की। उन्होंने कहा कि GST सुधारों पर काम लगभग डेढ़ साल पहले शुरू हो गया था और इसका किसी बाहरी कारक से कोई लेना-देना नहीं है। इससे GDP में 20 लाख करोड़ रुपये का इजाफा हो सकता है। GST में सुधार प्रधानमंत्री मोदी के स्पष्ट लक्ष्य रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म के तहत किया गया था। GST सुधार देश में एक परिवर्तन यात्रा की शुरुआत करेंगे।
GST से पहले की स्थिति याद दिलाई
मंत्री वैष्णव ने भारतीय वस्तुओं पर अमेरिकी टैरिफ का स्पष्ट संदर्भ देते हुए कहा कि GST में सुधारों की प्रक्रिया काफी सहज है। पहले माल से लदे ट्रकों को मंज़ूरी के लिए राज्य की सीमाओं पर लंबी कतारें लगानी पड़ती थीं, लेकिन जब से GST लागू हुए हैं, तब से ई-वे बिल कुछ ही सेकंड में बन जाते हैं। साल 2025-26 के बजट में आयकर में दी गई राहत और GST दरों को युक्तिसंगत बनाने से भारत की अर्थव्यवस्था को एक नए स्तर पर पहुंचाने की उम्मीद है। साल 2014 से पहले कराधान प्रणाली बहुत जटिल थी, लेकिन आज काफी आसान सिस्टम है।
GST की दरें बदलने से 19 लाख करोड़ के डेयरी सेक्टर को होगा बड़ा फायदा, ज्यादा खपत से बढ़ेगी मांग
पहले नवरात्रि को लागू होंगी GST दरें
उन्होंने कहा कि अगली पीढ़ी के सुधारों के तहत सभी दैनिक उपयोग की वस्तुओं पर GST कम कर दिया गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किले की प्राचीर से जो वादा किया था, वह पूरा हो गया है। 22 सितंबर को नवरात्रि के पहले दिन से GST दरों में सभी बदलाव लागू हो जाएंगे। GST सुधार भारत की अर्थव्यवस्था को और आगे बढ़ाएंगे। विशुद्ध आर्थिक दृष्टिकोण से GDP वर्तमान में 3.30 लाख करोड़ रुपये है, जिसमें से 2.02 लाख करोड़ रुपये हमारी खपत है। अगर खपत 10% भी बढ़ जाती है तो भी 20 लाख करोड़ रुपये की अतिरिक्त खपत होगी, जो GDP में योगदान देगी।