दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क जब से डोनाल्ड ट्रंप की टीम का हिस्सा बने हैं, उनके प्रति नाराजगी बढ़ती जा रही है। इसकी वजह है उनकी बयानबाजी। बिजनेसमैन मस्क अब नेताओं जैसे बयान दे रहे हैं, जिससे लोग उनके खिलाफ हो रहे हैं और उनका गुस्सा टेस्ला पर निकल रहा है। टेस्ला की घटती बिक्री मस्क के प्रति लोगों के बढ़ते गुस्से का ही परिणाम है। एलन मस्क इस सच्चाई से वाकिफ हैं, लेकिन स्थिति को सुधारने के बजाए मैनिपुलेशन में लगे हैं।
ऑनलाइन सर्वे में खेला
टेस्ला को लेकर विरोध मस्क के अपने घर अमेरिका के साथ-साथ यूरोप में भी हो रहा है। जर्मन पब्लिकेशन टी-ऑनलाइन ने टेस्ला को लेकर लोगों का दिल टटोलने के लिए हाल ही में एक सर्वे किया। इस दौरान, जर्मनी के लोगों से पूछा गया कि क्या आप अभी भी टेस्ला खरीदेंगे? 11 मार्च को आए नतीजों से पता चला कि एक लाख उत्तरदाताओं में से लगभग 94% टेस्ला खरीदने के पक्ष में नहीं हैं। केवल 3% प्रतिभागियों ने कहा कि उन्हें टेस्ला खरीदने में कोई दिक्कत नहीं है। यानी वे टेस्ला की कारें खरीद सकते हैं। सर्वे रिजल्ट बिल्कुल भी आश्चर्यजनक नहीं थे। क्योंकि टेस्ला के विरोध में रैलियां भी हुईं हैं। खासकर, यूरोप में मस्क को लेकर काफी ज्यादा नाराजगी है।
एकदम से बदल गई संख्या
इस पूरे मामले में ट्विस्ट उस समय आया जब एक सप्ताह बाद ऑनलाइन सर्वे का परिणाम पूरी तरह बदल गया। दरअसल, अचानक से प्रतिभागियों की संख्या एक लाख से बढ़कर 4.67 लाख से अधिक हो गई। टेस्ला के चाहने वालों की संख्या भी ज्यादा हो गई। 70.1% उत्तरदाताओं ने कहा कि वे टेस्ला खरीदने पर विचार करेंगे। जबकि टेस्ला खरीदने से इंकार करने वालों का अनुपात घटकर 29.2% रह गया। एकदम से इतने बड़े बदलाव ने किसी गड़बड़ी का संकेत दिया और जब टी-ऑनलाइन ने जांच की तो पूरा मामला समझ आया।
मस्क ने ऐसे बदल दिया सर्वे?
टी-ऑनलाइन ने एक आंतरिक जांच में पाया कि सर्वेक्षण के दौरान कुल डाले गए वोटों में से 2.53 लाख या 54% वोट केवल अमेरिका स्थित दो आईपी एड्रेस से आए थे। इससे कहीं न कहीं यह संकेत मिलता है कि ऐसा एलन मस्क के इशारे पर किया गया होगा।टी-ऑनलाइन का कहना है कि सर्वेक्षण में हेरफेर संभव है। उसने यह भी पाया है कि आर्टिकल और सर्वेक्षण के लिंक को मस्क के स्वामित्व वाले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X और अन्य सोशल मीडिया नेटवर्क पर हजारों बार शेयर किया गया था। प्रारंभिक जांच परिणामों के बाद, प्रकाशन ने सर्वेक्षण को निलंबित कर दिया गया है और इसे संबंधित आर्टिकल से हटा दिया गया है।
टेस्ला की कारों में आगजनी
हाल ही में फ्रांस के दक्षिणी शहर टूलूज के पास एक दर्जन टेस्ला वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया था। इस घटना में 8 कारें पूरी तरह जल गई थीं। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया था कि साजिश के तहत कारों को आग के हवाले किया गया। माना जा रहा है कि यह घटना भी मस्क के खिलाफ बढ़ती नाराजगी का ही परिणाम थी। दरअसल, मस्क का राजनीति में प्रवेश, यूएस फेडरल वर्कफोर्स में व्यापक कटौती का नेतृत्व करना और यूरोप में दक्षिणपंथी राजनीतिक विचारों का समर्थन करना, अधिकांश लोगों को नागवार गुजरा है। इस वजह से अमेरिका में भी ‘टेस्ला टेकडाउन’ प्रदर्शनों को बढ़ावा मिला है और उसके बहिष्कार की मांग होने लगी है।
यूरोप में घट रही टेस्ला की बिक्री
जर्मनी और फ्रांस में टेस्ला कारों की बिक्री में गिरावट आई है। जनवरी 2025 के आंकड़े कंपनी को परेशान करने वाले हैं। टेस्ला की यूरोपीय देश स्कैंडिनेविया में बिक्री फरवरी में एक साल पहले की तुलना में तेजी से गिरी है, जिससे इसकी बाजार हिस्सेदारी कम हो गई। टेस्ला की कारें 2023 और 2024 में नॉर्वे, स्वीडन और डेनमार्क में सेल्स चार्ट में सबसे ऊपर थीं। जबकि इस साल वह फॉक्सवैगन और टोयोटा जैसे नए मॉडल लाइनअप वाले प्रतिद्वंद्वियों से पीछे रह गई हैं। फरवरी में स्वीडन में कुल 613 नई टेस्ला कारों का रजिस्ट्रेशन किया गया, जो पिछले साल की तुलना में 42% कम है। इसी तरह, नॉर्वे और डेनमार्क में टेस्ला कारों का रजिस्ट्रेशन 48% घट गया है।
मुश्किल में फंस जाएगी कंपनी
नॉर्वे, जहां लगभग सभी नई कारें पूरी तरह से इलेक्ट्रिक हैं, कुल कार बिक्री में टेस्ला की हिस्सेदारी वर्ष-दर-वर्ष घटकर 8.8% रह गई है। जबकि 2024 में यह आंकड़ा 18.9% और 2023 में 20% था। वहीं, चीन में भी टेस्ला की कारों की बिक्री घटी है। अमेरिका के बाद चीन टेस्ला के लिए सबसे बड़ा बाजार है। वहां अब स्थानीय कंपनियां एलन मस्क की टेस्ला को कड़ी टक्कर दे रही हैं। अगर इस तरह से मस्क के प्रति गुस्सा टेस्ला के विरोध के रूप में सामने आता रहा, तो कंपनी बड़ी मुश्किल में फंस जाएगी।
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