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अडाणी ग्रुप का बड़ा ऐलान, 2032 तक पावर और रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में 60 बिलियन डॉलर करेगा इन्वेस्ट

अडाणी ग्रुप ने 2032 तक भारत के पावर और रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में 60 बिलियन डॉलर (लगभग 5 लाख करोड़ रुपये) के तगड़े निवेश का प्लान तैयार किया है। रिन्यूएबल एनर्जी, पावर जनरेशन और ट्रांसमिशन-डिस्ट्रीब्यूशन में ये निवेश भारत को एनर्जी सुपरपावर बनाने की दिशा में बड़ा कदम होगा। ग्रुप का फोकस सोलर, विंड और थर्मल पावर के साथ-साथ ट्रांसमिशन लाइन्स को अपग्रेड करने पर है।

Author Written By: News24 हिंदी Author Edited By : Mohit Tiwari Updated: Sep 7, 2025 16:37

बिजनेस टाइकून गौतम अडाणी के नेतृत्व वाला अडाणी ग्रुप भारत के एनर्जी सेक्टर में गेम-चेंजर बनने की तैयारी में है। ग्रुप ने 2032 तक पावर और रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में 60 बिलियन डॉलर (करीब 5 लाख करोड़ रुपये) का भारी-भरकम निवेश करने का ऐलान किया है। इस प्लान का मकसद भारत की बिजली जरूरतों को पूरा करना और ग्रीन एनर्जी में ग्लोबल लीडर बनाना है।

रिन्यूएबल एनर्जी में बड़ा दांव

अडाणी ग्रुप की कंपनी अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (AGEL) 2030 तक अपनी रिन्यूएबल एनर्जी कैपेसिटी को मौजूदा 14.2 गीगावाट से बढ़ाकर 50 गीगावाट करने के लिए 21 बिलियन डॉलर का निवेश करेगी। यानी सोलर और विंड एनर्जी प्रोजेक्ट्स में जबरदस्त विस्तार होगा। भारत, जो ग्लोबल रिन्यूएबल एनर्जी में चौथे नंबर पर है, 2032 तक 571 गीगावाट की रिन्यूएबल कैपेसिटी तक पहुंचने का लक्ष्य रखता है, और अडाणी इसमें बड़ा रोल निभाएगा।

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ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क होगा मजबूत

अडाणी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड (AESL) के जरिए ग्रुप 17 बिलियन डॉलर का निवेश करेगा, ताकि बिजली के ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क को और मजबूत किया जाए। 2025 में 19,200 किलोमीटर की ट्रांसमिशन लाइन्स को 2030 तक 30,000 किलोमीटर तक बढ़ाने का प्लान है। ये भारत की बढ़ती बिजली डिमांड को पूरा करने के लिए जरूरी है, क्योंकि देश का ट्रांसमिशन नेटवर्क 2032 तक 6,48,000 किलोमीटर तक पहुंचने वाला है।

थर्मल पावर पर भी है फोकस

अडाणी पावर 2032 तक अपनी थर्मल और सोलर पावर कैपेसिटी को 17.6 गीगावाट से बढ़ाकर 41.9 गीगावाट करने के लिए 22 बिलियन डॉलर का निवेश करेगी। कंपनी का कहना है कि कोयला अभी भी भारत की बिजली जरूरतों का बेसलोड है, जो बढ़ती डिमांड और रिन्यूएबल एनर्जी की अनिश्चितता को संभालने में अहम है। भारत की थर्मल पावर कैपेसिटी 2025 में 247 गीगावाट से बढ़कर 2032 तक 309 गीगावाट होने की उम्मीद है।

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एनर्जी मार्केट का पावरहाउस बन रहा है भारत

अडाणी ग्रुप का कहना है कि भारत दुनिया का सबसे तेजी से बढ़ता बिजली मार्केट है। 2025 में 475 गीगावाट की कुल बिजली कैपेसिटी 2032 तक 1,000 गीगावाट तक पहुंच सकती है। इस सेक्टर में 500 बिलियन डॉलर से ज्यादा के निवेश के मौके हैं। खासकर रिन्यूएबल एनर्जी में 300 बिलियन डॉलर और ट्रांसमिशन नेटवर्क में 110 बिलियन डॉलर के अवसर हैं।

क्यों है ये खास?

अडाणी ग्रुप का ये निवेश प्लान न सिर्फ भारत की बिजली जरूरतों को पूरा करेगा, बल्कि लाखों नौकरियां पैदा करने और ग्रीन एनर्जी में भारत को ग्लोबल लीडर बनाने में भी मदद करेगा। सोलर, विंड और थर्मल पावर के साथ-साथ स्मार्ट मीटरिंग और कूलिंग सॉल्यूशंस में भी अडाणी की मौजूदगी इसे एक ऑल-राउंड एनर्जी प्लेयर बनाती है।

First published on: Sep 07, 2025 04:37 PM

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