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अडाणी एयरपोर्ट्स को मिली 750 मिलियन डॉलर की विदेशी फंडिंग, 6 शहरों के हवाई अड्डे होंगे हाईटेक

अडाणी एयरपोर्ट्स कंपनी को 750 मिलियन डॉलर की बड़ी विदेशी फंडिंग मिली है। इस पैसे से छह बड़े एयरपोर्ट्स हाईटेक बनेंगे, यात्रियों को मिलेगी बेहतर सुविधा और आरामदायक यात्रा का अनुभव।

Author Written By: News24 हिंदी Author Edited By : Ashutosh Ojha Updated: Jun 4, 2025 15:23
Adani Airports Secures USD 750 Million Funding
Adani Airports Secures USD 750 Million Funding

भारत के हवाई सफर से जुड़ी एक बड़ी खबर आई है। अडाणी एयरपोर्ट्स होल्डिंग्स लिमिटेड (AAHL) को विदेशी बैंकों से 750 मिलियन डॉलर (करीब 6,200 करोड़ रुपये) की बड़ी फंडिंग मिली है। इस पैसे से कंपनी अपने छह बड़े एयरपोर्ट और बेहतर बनाएगी। इससे यात्रियों को सफर करना और भी आसान और आरामदायक लगेगा। साथ ही, कंपनी अपने बिज़नेस को भी आगे बढ़ाएगी। इस फंडिंग से यह भी साफ होता है कि विदेशी निवेशक भारत के हवाई सफर के भविष्य को लेकर भरोसे में हैं। आने वाले समय में AAHL भारत के एयरपोर्ट्स को और ऊंचा मुकाम दिलाने की कोशिश में तेजी से काम कर रही है।

अंतरराष्ट्रीय बैंकों से 750 मिलियन डॉलर की फंडिंग मिली

भारत की सबसे बड़ी प्राइवेट एयरपोर्ट ऑपरेटर कंपनी अडाणी एयरपोर्ट्स होल्डिंग्स लिमिटेड (AAHL) ने अंतरराष्ट्रीय बैंकों के एक ग्रुप से 750 मिलियन अमेरिकी डॉलर की फंडिंग जुटाई है। यह फंड ‘एक्सटर्नल कमर्शियल बॉरोइंग’ (ECB) के जरिए जुटाया गया है। इस सौदे का नेतृत्व फर्स्ट अबू धाबी बैंक, बार्कलेज पीएलसी और स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक ने किया। कंपनी इस धनराशि का उपयोग मौजूदा 400 मिलियन डॉलर के कर्ज को चुकाने के साथ-साथ अपने छह प्रमुख हवाई अड्डों और नॉन-एरोनॉटिकल बिजनेस में विस्तार के लिए करेगी।

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छह एयरपोर्ट्स के विस्तार और सेवाओं में होगा उपयोग

इस फंडिंग से अहमदाबाद, लखनऊ, मंगलुरु, जयपुर, गुवाहाटी और तिरुवनंतपुरम एयरपोर्ट्स में इन्फ्रास्ट्रक्चर अपग्रेड और कैपेसिटी बढ़ाने के कार्य होंगे। इसके अलावा ड्यूटी फ्री, रिटेल, फूड एंड बेवरेज (F&B) और अन्य सेवाओं में भी विस्तार होगा। वित्तीय वर्ष 2024–25 में AAHL ने 94 मिलियन यात्रियों को सेवाएं दीं, जबकि इसकी कुल क्षमता 110 मिलियन थी। कंपनी का लक्ष्य है कि वह 2040 तक अपनी सालाना यात्री क्षमता को बढ़ाकर 300 मिलियन कर दे। इस दिशा में नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट की शुरुआत भी जल्द होने वाली है, जिसकी पहली चरण की क्षमता 20 मिलियन होगी और आगे चलकर इसे 90 मिलियन तक बढ़ाया जाएगा।

2040 तक तीन गुना यात्री क्षमता बढ़ाने का लक्ष्य

AAHL के CEO अरुण बंसल ने कहा, ‘दुनिया की बड़ी-बड़ी फाइनेंस कंपनियों का हम पर भरोसा दिखाता है कि भारत का हवाई सफर का क्षेत्र कितना आगे बढ़ सकता है। हम टेक्नोलॉजी की मदद से यात्रियों को और अच्छा अनुभव देना चाहते हैं। साथ ही हम हवाई अड्डों को ऐसा बनाना चाहते हैं जो पर्यावरण के लिए अच्छे हों और आसपास के लोगों की भी मदद करें’
उन्होंने यह भी कहा कि कंपनी ‘गेटवे टू गुडनेस’ की सोच के साथ काम कर रही है और हमेशा बेहतरीन सेवाएं देने की कोशिश कर रही है।

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भारत की सबसे बड़ी प्राइवेट एयरपोर्ट कंपनी बनने की ओर

AAHL की स्थापना 2019 में अडाणी नी एंटरप्राइजेज लिमिटेड की 100% सब्सिडियरी कंपनी के रूप में हुई थी। कंपनी ने एयरपोर्ट ऑपरेशन और डेवलपमेंट के लिए भारत सरकार के छह हवाई अड्डों की बोली जीतकर इस क्षेत्र में कदम रखा। इसके बाद AAHL ने मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड में 74% और नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड में भी 74% हिस्सेदारी प्राप्त की। वर्तमान में AAHL आठ हवाई अड्डों का संचालन और विकास कर रही है और यह भारत की कुल हवाई यात्रियों का 23% और कार्गो ट्रैफिक का 29% हिस्सा नियंत्रित करती है।

First published on: Jun 04, 2025 03:23 PM

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