Car Care Tips: गर्मियों में जिस तरह आप अपनी बॉडी की अधिक केयर करते हैं उसी तरह कार रखरखाव में भी आपको कुछ सतर्कता बरतनी चाहिए। दरअसल, चलती कार में सड़क की सतह और टायर के बीच घर्षण होता है। जिससे हीट-बिल्ड अप हो जाती है।
हीट-बिल्ड अप होने से टायर के अंदर की हवा गर्म हो जाती है
हीट-बिल्ड अप होने से टायर के अंदर की हवा गर्म हो जाती है। जिससे टायर की रबर कमजोर होती है
और टायर फटने की घटना होने का खतरा बना रहता है। इसके अलावा सड़क खराब होने, टूटी होने या गड्ढे के कारण भी टायर फटने का खतरा रहता है।
सही टायर प्रेशर के साथ ही राइड करें
जब टायर घिस जाता है या पुराना हो जाता है तो उसके फटने का खतरा बढ़ जाता है। ओवरलोडिंग करने से भी टायर फटने का खतरा बना रहता है। ऐसी घटनाओं से बचने के लिए समय-समय पर टायर चेक करवाएं। गर्मी में सही टायर
प्रेशर के साथ ही राइड करें।
नॉर्मल हवा से टायरों के रिम मुड़ने का खतरा अधिक
टायरों में हवा की बात करें तो नाइट्रोजन गैस में ऑक्सीजन उसमें डाइल्यूट हो जाता है। टायरों में नाइट्रोजन होने पर यह ऑक्सीजन के पानी की मात्रा को खत्म कर देती है। इससे हवा का प्रेशर नियंत्रित रहता है। टायर लंबे समय तक चलते हैं। कार की माइलेज अच्छी होती है। यह खराब रास्तों पर रिम को नुकसान पहुंचाने से रोकती है। नॉर्मल हवा कम चलती है। इसे बार-बार भरवाना पड़ता है। इसमें उमस रहती है जो टायरों को नुकसान पहुंचाती है। इससे अलॉय व्हील पर नुकसान का खतरा बना रहता है।