Engine Oil Change: कार में इंजन ऑयल कितने महीने बाद बदलना चाहिए? कार कितनी किलोमीटर चलने के बाद इंजन ऑयल बदला जाता है? अकसर लोग यह सवाल पूछते हैं। कई वर्कशॉप पर मैकेनिक कार का इंजन ऑयल उंगली से रगड़कर बता देता है की इसे बदलने की जरूरत है या नहीं, क्या यह सही तरीका है?
यह है किमी का गणित
तो जनाब, पहले आप यह जान लीजिए की 1200 से 2000 cc की कार में इंजन ऑयल अगर सेमी सिंथेटिक ऑयल डलवाते हैं तो उसे 6 महीने या 6 हजार किमी (जो भी पहले हो) पर बदल देना चाहिए। वहीं, सिंथेटिक ऑयल के यूज करते हैं तो उसे 10 महीने में या 10 हजार किमी (जो भी पहले हो) पर बदल देना चाहिए।
पुराने होते ऑयल से नुकसान
कार एक्सपर्ट कहते हैं कि ऑयल पुराना होने पर उसमें मौजूद पॉटिशयल खो देता है। जिसके बाद वह इंजन का बचाव करने की बजाए उसे धीरे-धीरे नुकसान पहुंचाता है और इससे इंजन सीज होने का खतरा बनता है। इस सूरत में इंजन फिर से खोलकर बांधता पड़ता है जो बहुत खर्चीला काम है। एक्सपर्ट कहते हैं मैकेनिक के ऑयल को छूकर या उसे रगड़कर बताना की ऑयल बदलने लायक है कोई सटीक तरीका नहीं है। इसलिए निर्धारित किमी के हिसाब से ही ऑयल बदलना चाहिए।
सही समय पर ऑयल बदलने के बेनिफिट्स
कार में सही समय पर इंजन ऑयल बदलने से उसकी माइलेज बनी रहती है। इंजन ऑयल से कार में लुब्रीकेंट रहता है जिससे इंजन में पैदा होने वाला फ्रिक्शन कम होता है और कार की परफॉर्मेंस सुधरती है। इंजन की पिकअप पावर बनी रहती है। इंजन पार्ट्स जल्दी से खराब नहीं होते मैनटेनेंस का खर्च बचता है।