चीन की इलेक्ट्रिक कार निर्माता कंपनी BYD को भारत की तरफ से एक बड़ा झटका लगा है। भारत सरकार अब विदेशी निवेश को लेकर काफी सतर्क हो गई है, खासकर उन कंपनियों को लेकर जो चीन से आती हैं। देश के वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने यह साफ़ कर दिया है कि BYD जैसी चीनी कार कंपनियों को भारत में निवेश करने की फिलहाल अनुमति नहीं मिलेगी। यानी BYD के लिए भारत में एंट्री का रास्ता आसान नहीं है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक BYD की मालिकाना जानकारी बिल्कुल साफ नहीं है। कंपनी का चीन की सरकार और सेना से नजदीकी रिश्ता है। BYD को चीन से आर्थिक मदद और सब्सिडी मिलती है। ये तीन ऐसे कारण सामने आते हैं जिनकी वजह से BYD के लिए NO एंट्री का बोर्ड लग गया है। मीडिया रिपोर्ट में केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल के हवाले से कहा गया है कि भारत को अपने रणनीतिक हितों को लेकर सतर्क रहना होगा,कि हम किसे निवेश करने की अनुमति देते हैं।भारत अब एलन मस्क की टेस्ला को देश में लाने पर जोर दे रहा है।
पीयूष गोयल ने कहा है कि BYD से उम्मीद है कि कंपनी इंडस्ट्री के नियमों का पालन करेगी। जब भी अनुचित व्यवहार का मामला सामने आता है तो हम निवेश को लेकर सतर्क रहते हैं। ऐसे में लगता है कि चीन की इलेक्ट्रिक कार बनाने वाली कंपनी BYD के लिए भारत में एंट्री का रास्ता आसान नहीं है। Elon Musk की टेस्ला को टक्कर देने वाली BYD को पहले ये साबित करना होगा कि वह भारत के नियम-कानूनों का सही तरीके सेपालन करेगी या नहीं।
मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया था कि BYD तेलंगाना में 10 अरब डॉलर का निवेश कर उत्पादन इकाई तैयार कर रही है। हालांकि, कंपनी ने बाद ऐसी किसी भी योजना का खंडन किया था भारत सरकार ने चीन की इलेक्ट्रिक कार कंपनी BYD को रेड सिग्नल दिखा दिया है।
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