CNG Cars Mileage Tips in summer: भारत में CNG कारों की बिक्री लगातार बढ़ रही है। पेट्रोल और डीजल से चलने वाली कारों की तुलना में CNG कारें कीमत में तो महंगी होती हैं लेकिन बाद में रनिंग कॉस्ट काफी कम होती है। लेकिन अक्सर देखने में आता है कि कुछ समय के बाद CNG कार की माइलेज धीरे-धीरे कम होने लगती है। कम माइलेज के पीछे कई कारण हो सकते हैं। लेकिन यहां हम आपके लिए कुछ आसान टिप्स लेकर आए हैं। इन्हें फॉलो करने के बाद आपकी CNG कार की माइलेज काफी बेहतर हो सकती है। आइए जान लेते हैं…
सभी टायरों में हवा सही रखें
कार के सभी चारों टायर अहम होते हैं, अगर किसी एक टायर में खराबी आई तो इसका असर गाड़ी की माइलेज से लेकर परफॉरमेंस पर पड़ता है। आपको बता दें कि अगर टायर में हवा का दबाव कम होगा तो गाड़ी चलाने से रबर और सड़क के बीच घर्षण बढ़ जाएगा। इससे कार के इंजन पर दबाव पड़ेगा। इसलिए जरूरी है कि कार का टायर प्रेशर मेंटेन रखा जाए। इससे कार की माइलेज भी बढ़ेगी।
क्लच की जांच करें
CNG कार की माइलेज अगर बढ़ानी है तो क्लच को हमेशा अच्छी स्थिति में रखें। दरअसल, घिसा हुआ क्लच कार की माइलेज को कम कर देता है। इससे कम efficiency और अधिक ईंधन खपत भी होती है। अधिक ईंधन की खपत होने से कारण कार की माइलेज कम होने लगती है।
एयर फिल्टर रहे हमेशा साफ
ये तो आप जानते ही होंगे कि CNG हवा की तुलना में काफी हल्की होती है। इसलिए अगर कार का एयर फिल्टर गंदा हुआ तो फ्यूल मिक्सचर कंबंशन में दिक्कत हो सकती है। इससे इंजन पर दबाव तो पड़ता है, साथ ही ईंधन की खपत भी होती है। इसलिए एयर फिल्टर को साफ रखें और टाइम टू टाइम किसी पेशेवर मैकेनिक से जांच कराते रहें। याद रहे कि आपको इसे हर 5,000 किलोमीटर पर बदलना होगा।
यह भी पढ़ें: मारुति की छोटी कारों का नहीं चला जादू, Wagonr से लेकर Swift की बिक्री में आई बड़ी गिरावट