Car Insurance Buying Tips: क्या आपका कार इंश्योरेंस खत्म होने जा रहा है या नई कार के साथ इंश्योरेंस कौन-सा लें इस बात से कंफ्यूज है? तो आज हम आपको बताएंगे कि कार का इंश्योरेंस करवाने से पहले किन-किन बातों का ध्यान रखें। कार इंश्योरेंस होना आज बेहद जरूरी है। ये आपको एक्सीडेंट, चोरी या किसी दूसरे तरह के नुकसान की स्थिति में फाइनेंशियल लॉस से बचा सकता है।
कानूनी लिहाज से भी यह एक जरूरी दस्तावेज है। बिना इंश्योरेंस आप किसी गाड़ी को ड्राइव नहीं कर सकते। यदि आप बिना इंश्योरेंस के गाड़ी चलाते हुए पकड़े जाते हैं तो आपको भारी जुर्माना भी देना पड़ सकता है। इसलिए एक अच्छी इंश्योरेंस पॉलिसी में ही इन्वेस्ट करें और इन 3 बातों का जरूर ध्यान रखें।
अपनी जरूरतों को समझें
भारत में, कार इंश्योरेंस दो प्रकार के हैं पहला थर्ड पार्टी और दूसरा कंप्रिहेंसिव इंश्योरेंस। थर्ड पार्टी इंश्योरेंस में आपके द्वारा हुई किसी दुर्घटना का सारा क्लेम सामने वाले को मिलता है। दूसरी ओर, कंप्रिहेंसिव इंश्योरेंस में न केवल दूसरों को हुए नुकसान को शामिल किया जाता है, बल्कि आपकी अपनी कार को हुए नुकसान और चोरी को भी कवर किया जाता है। इस लिए ऐसा बीमा चुने जो आपकी ज़रूरतों को पूरा करता हो और आपके बजट के आसानी से फिट भी हो जाए।
वीडियो से भी जानें Car Insurance Buying Tips
ये भी पढ़ें : Hero Vs Bajaj: 1 लाख रुपये से कम में कौन है रियल चैंपियन?
क्लेम सेटलमेंट रेश्यो करें चेक
इंश्योरेंस प्लान लेने से पहले हमेशा बीमा कंपनी का क्लेम सेटलमेंट रेश्यो भी जरूर चेक करें। सीएसआर आपको बताता है कि बीमा कंपनी ने एक वर्ष में कितने क्लेम्स की तुलना में कितने क्लेम क्लियर किए हैं। साथ ही, यह भी पता लगाएं कि जिस कंपनी से आप इंश्योरेंस ले रहे हैं, उनके पास क्लेम कैसे दायर करते हैं।
प्लान कंपेयर करें
मार्केट के साथ-साथ ऑनलाइन भी कई अलग-अलग टाइप के बीमा प्लान्स उपलब्ध हैं। सभी बीमा प्लान्स को ध्यान से देखने और उनकी तुलना करने के बाद ही कोई फैसला लें। इससे आप ऐसा प्लान आसानी से चुन सकते हैं जो आपकी सभी जरूरतों को पूरा करता हो। साथ ही ये भी चेक करें कि इंश्योरेंस में कंपनी कुछ ऐड-ऑन भी दे रही है या नहीं।
ये भी पढ़ें : देसी या विदेशी, दोनों में से किसका इंजन सबसे तगड़ा?