Winter car care tips: देश में सर्दियों का मौसम शुरू हो चुका है। जिस तरह हम सर्दियों में अपनी सेहत की एक्ट्रा केयर करते हैं वैसे ही हमें अपनी कार व गैजेट की इन सर्दियों में अधिक ख्याल रखने की जरूरत होती है। पहले आप जान लें कि सर्दियों में कार को स्टार्ट करने में परेशानी, बैटरी डाउन व सबसे बड़ी समस्या की उसका माइलेज कम हो जाता है। बस आपको नीचे बताए कुछ टिप्स अपनाने हैं। इसके बाद आप बिना किसी चिंता के अपनी कार सड़कों पर बेझिझक दौड़ा सकते हैं।
बैटरी
बैटरी कार की आत्मा होती है। अगर वह डाउन हो गई तो कार स्टार्ट ही नहीं होगी। इसलिए कार एक्सपर्ट कहते हैं कि सर्दी के मौसम में अपनी कार को समय-समय पर चलाते रहे। अगर कार का इस्तेमाल कम होता है तो उसे कुछ मिनट के लिए स्टार्ट करके छोड़ दें या फिर पांच से सात किलोमीटर चला लें।
इसके अलावा सर्दियों के मौसम में बैटरी जल्दी डिसचार्ज हो जाती है। इसके साथ ही बैटरी में जंग न लगने दें। बैटरी काफी पुरानी हो गई हो तो उसे बदलवा लें। बैटरी डाउन न हो इसके लिए उसके टर्मिनल्स को किसी ब्रश से साफ कर सकते हैं।
इंजन ऑयल और सर्विस
सर्दियों में इंजन ऑयल जम जाता है। ऐसे में इंजन ऑयल की मात्रा चेक करें। वह अधिक पुराना तो नहीं हो गया या काला तो नहीं पड़ गया है यह जांच लें। किसी मैकेनिक की सलाह पर कार का इंजन ऑयल जरूरत पड़ने पर बदलवा लें। कार की समय से सर्विस करवा लें। जिससे की सर्दियों के मौसम में बीच रास्ते आपकी कार बंद न पड़ जाए। इंजन ऑयल जम जाने से कार को स्टार्ट करने में परेशानी होती है।
फोग लैंप
सर्दियों में कोहरे की वजह से सड़कों पर विजिबिलिटी कम हो जाती है। ऐसे में कार की हेड लाइट्स, टेल लाइट्स को सही रखें। इसके अलावा कार में फोग लैंप का प्रयोग कर सकते हैं। बाजार में एलईडी, पीली रोशनी आदि के कई तरह के फोग लैंप उपलब्ध हैं।
डिफॉगर
सर्दियों में कार के रियर ग्लास पर मॉयश्चर आ जाता है। ऐसे में हमें कार में दिए डीफॉगर का इस्तेमाल करना चाहिए। डीफॉगर ग्लास पर हीट जनरेट करता है जिससे मॉयश्चर खत्म हो जाता है।
टायर
सर्दियों में कार के पहिए सिकुड़ जाते हैं। इससे उनकी हवा के प्रेशर पर भी असर पड़ता है। समय-समय पर टायर को चेक करें। हवा और मैकेनिक की सलाह पर अगर जरूरत हो तो अधिक पुराने हो चुके पहियों को बदलवा लें।
यह भी जानें
- सर्दियों के मौसम में कार का पेंट फीका सा पड़ जाता है। कार को शाइन करा सकते हैं। कार धुलने के बाद बॉडी वैक्स करा सकते हैं।
- समय-समय पर कार के एयर फिल्टर को चेक करें। कार हीटर से उस पर असर पड़ता है।
- कार के रेडिएटर पर भी सर्दियों में असर पड़ता है। इसका सही लेवल पर भरकर कर रखें।
- कार के वाइपर सही रखें। कार के इमरजेंसी इंडिकेटर का इस्तेमाल करें।
- एंटी फॉगिंग एलिमेंट का इस्तेमाल कर सकते हैं।