काफी समय तक स्कूटर का इस्तेमाल नहीं करते तब उसमें कई प्रकार की दिक्कतें आने लगती हैं। अब मौसम बदक्ल रहा है। तेज धूप है और कुछ समय बाद बारिश का भी सामना करना पड़ेगा। अक्सर स्कूटर स्टार्ट होने में दिक्कत करता है। सेल्फ और किक मारकर भी गाड़ी स्टार्ट नहीं होती। अब इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं। लेकीन अगर लगातार यह परेशानी सामने आ रही है तो इसका मतलब है कि बैटरी कमजोर होना शुरू हो रही है। आजकल मैनेटेंस फ्री बैटरी आने लगी हैं लेकिन कई बार इनकी भी जांच करना जरूरी होता है। अक्सर बाइक की बैटरी में डिस्चार्ज प्रॉब्लम देखने को मिलती है ऐसा तब होता है जब लम्बे समय से गाड़ी स्टार्ट ही नहीं हुई हो। यहां हम आपको बता रहे हैं कि बैटरी की देखभाल कैसे करनी चाहिए।
बैटरी के टर्मिनल की जांच करें
महीने में दो बार बैटरी और टर्मिनल की जांच जरूर करें। बैटरी टर्मिनल के पास कई बार एसिड जमा हो जाता है जिसकी सफाई जरूरी है। अगर बैटरी मेंटेनेंस फ्री नहीं है और उसमें बैटरी वाटर का इस्तेमाल किये जाता है।
ग्रीस का इस्तेमाल न करें
अक्सर लोग सर्विस के बाद बैटरी के टर्मिनल पर ग्रीस लगा देते हैं, लेकिन ऐसा करने से बैटरी की सेहत पर बुरा असर पड़ता है। टर्मिनल पर ग्रीस लगाने से बैटरी खराब हो सकती है। इसलिए ग्रीस की जगह पैट्रोलियम जैली या फिर वैसलीन का इस्तेमाल कर सकते हैं।बैटरी टर्मिनल को साफ रखें।
मैनेटेंस फ्री बैटरी ही चुनें
इस समय मैनेटेंस फ्री बैटरी सबसे ज्यादा बिक रही हैं। ज्यादातर बैटरी 48 महीने की वारंटी मिलती है और ये लंबे समय तक चलती हैं। इनका रखरखाव भी बहुत आसान है। ये 2-3 साल बहुत आराम से चल जाती हैं।
खराब बैटरी देती है सिग्नल
स्कूटर चलाते समय अगर हेडलाइट की रोशिनी कम या ज्यादा हो रही हो, फिर हॉर्न की आवाज में कमजोरी नजर आये तो समझ जाना चाइये कि बैटरी कमजोर हो रही है। इतना ही नहीं अगर बैटरी के टर्मिनल के आस-पास सफेद निशान देखने को मिले तो समझ जाना चाइये कि बैटरी में गड़बड़ है। ऐसे में बैटरी को तुरंत चेंज करा दें।
बैट्ररी लाइफ बढ़ाने के लिए स्कूटर को रेगुलर चलाएं। अगर कहीं जाना नहीं है तो एक छोटा चक्कर लगा लें इससे बैटरी चार्ज हो जाएगी। कई बार ढीली फिटिंग की वजह से चलती बाइक में बैटरी को नुकसान होता है।
यह भी पढ़ें: कार हो या बाइक, धूप से पेंट को बचाने के लिए जरूर करें ये काम