Deepotsav 2023: दीपोत्सव पर्व हर साल प्रभु श्रीराम की नगरी अयोध्या में धूमधाम के साथ मनाया जाता है। इस बार भी दीपोत्सव पर अयोध्या में बड़े रिकॉर्ड बनने जा रहे हैं। दरअसल इस बार दीपोत्सव पर अनुमान है कि प्रभु श्रीराम की नगरी 21 लाख दीपों से जगमगाएगी। बता दें कि पिछले साल यानी 2022 में दीपोत्सल पर 15 लाख दीपों के मर्यादा पुरुषोत्तम की नगरी अयोध्या को 15 लाख दीपों से सजाया गया था। आइए जानते हैं कि दीपोत्सव पर इस साल प्रमु श्रीराम की नगरी किस प्रकार सजने वाली है।
अयोध्या में दीपोत्सव की शुरुआत कौन से साल में हुई?
अयोध्या में योगी सरकार के दौरान राम की पैड़ी पर 2017 में दीपोत्सव कार्यक्रम की शुरुआत हुई थी। उस वर्ष 1.71 लाख दीपक एक साथ जलाए गए थे। जो कि उक्त प्रभु श्रीराम की नगरी अयोध्या की दिव्यता में चार चांद लगा दिए थे। साल 2017 से लेकर हर साल दीपोत्सव पर दीपों का नया रिकॉर्ड बनता है।
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2022 में दीपोत्सव पर बना था 15 लाख दीपों का रिकॉर्ड
ध्यान रहे कि पिछले साल यानी 2022 में दीपोत्सव पर 15 लाख दीपों से प्रभु श्रीराम की नगरी को जगमगाकर नया रिकॉर्ड बनाया गया था। पिछले साल दीपोत्सव पर्व पर नया कीर्तिमान बनने के लिए 2 करोड़ रुपये का खर्च आया था। ऐसे में अगर इस बार लक्ष्य बड़ा है तो खर्च भी स्वभाविक रूप से उसी अनुपात में बढ़ेगा। बता दें कि इस बार लगभग सवा करोड़ रुपये में एक लाख पांच हजार लीटर सरसों का तेल खरीदा जाएगा। जिससे कि दीपोत्सव पर नया कीर्तिमान रचा जा सके।
वाराणसी के 84 गंगा घाटों पर जलाए जाएंगे 18 लाख दीप
27 नवंबर को वाराणसी में देव दीपावली के मौके पर काशी के 84 गंगा घाटों पर 18 लाख दीप जलाए जाएंगे। आतिशबाजी भी होगी। इसके लिए पर्यटन विभाग ने आर्डर दे दिया है। राजघाट समेत विभिन्न घाटों पर होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम में स्थानीय कलाकारों को प्राथमिकता दी जाएगी। राजघाट पर होने विशेष कार्यक्रम में कई बड़े कलाकार आएंगे, इसको लेकर मंथल चल रहा है। श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के गंगा द्वार के बगल में ललिता घाट पर विशेष तैयारी की जा रही है।
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