Vastu Tips: आजकल घरों में कमरों से अटैच लैट-बाथ बनाने का फैशन चल रहा है। इसके कई फायदे हैं तो कई नुकसान भी हैं। वर्तमान में लैट-बाथ को भी एक साथ ही बनाया जाता है। वास्तु में बाथरूम को चन्द्रमा तथा टॉयलेट को राहु का कारक बताया गया है। पुराने समय में ये दोनों अलग-अलग हुआ करते थे। परन्तु अब दोनों एक साथ बनने लग गए हैं। ऐसे में मॉडर्न घरों में चन्द्रमा के साथ राहु का स्थाई संयोग बनने लग गया है।
आचार्य अनुपम जौली के अनुसार लैट-बाथ का एक साथ होना चन्द्रमा को राहु दोष से पीड़ित कर देता है। जिस भी घऱ में ये दोनों एक साथ होते हैं, वहां कभी शांति नहीं रहती। परन्तु यदि इन दोनों को बेडरूम या किसी अन्य रूम में अटैच बना लिया जाए तो यह करेला ऊपर से नीम चढ़ा वाली कहावत हो जाती है। उस घर में शांति का नामोनिशान भी मिट जाता है।
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रुम में अटैच्ड लैट-बाथ बनाने से होते हैं ये नुकसान (Vastu Tips for Bathroom)
यह पहले ही बताया जा चुका है कि अटैच्ड लैट-बाथ बनाना घर में राहु दोष लाता है। यदि किसी कमरे में अटैच्ड लैट-बाथ हो तो उस रुम में रहने वालों की मानसिक शांति खत्म हो जाती है। उस रुम में जो भी रहता है, वह मानसिक रूप से उद्देलित और पीड़ित रहता है। हमेशा किसी न किसी चिंता में डूबा रहता है।
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करें ये उपाय
वास्तु में कई उपाय बताए गए हैं जिन्हें अपना कर आप इस दोष को दूर कर सकते हैं। सबसे पहला उपाय तो यही है कि किसी कांच की बाउल में थोड़ा सा सेंधा नमक भरकर रख दें। प्रत्येक 15 दिन बाद उस सेंधा नमक को फेंक दें और उसे धोकर, सुखाकर उसमें नया सेंधा नमक भर दें। इस उपाय से राहु दोष दूर हो जाएगा और साथ ही घर में मौजूद सभी तरह की नेगेटिव एनर्जी भी दूर होगी।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।