Shani Gochar 2025: 18 अगस्त 2025 की सुबह 10 बजकर 50 मिनट पर शनि मीन राशि में रहते हुए उत्तर भाद्रपद नक्षत्र के प्रथम पद में प्रवेश करेंगे। वैदिक ज्योतिष में शनि को कर्म और न्याय का ग्रह माना जाता है। वहीं, उत्तर भाद्रपद नक्षत्र के स्वामी शनि हैं, जो धैर्य, आध्यात्मिकता और स्थिरता का प्रतीक हैं। इस नक्षत्र का प्रथम पद गुरु (बृहस्पति) के प्रभाव में होने से इस गोचर में आध्यात्मिक और बौद्धिक ऊर्जा का मिश्रण होगा। यह गोचर कुछ राशियों के लिए विशेष रूप से लाभकारी साबित हो सकता है।
मीन राशि में शनि पहले से ही करुणा, संवेदनशीलता और आध्यात्मिकता को बढ़ावा दे रहे हैं। उत्तर भाद्रपद नक्षत्र का प्रथम पद में गोचर से यह और अधिक शुभ प्रभाव देंगे। यह पद दीर्घकालिक लक्ष्यों, बौद्धिक विकास और नैतिकता को बढ़ाएगा। शनि का यह गोचर मेहनत करने वालों को उनके कर्मों का फल देगा और आध्यात्मिक प्रगति के रास्ते खोलेगा। इस दौरान कुछ राशियों को करियर, धन, स्वास्थ्य और रिश्तों में स्थिरता का लाभ मिल सकता है। शनि का उत्तर भाद्रपद नक्षत्र के प्रथम पद में गोचर सभी राशियों को प्रभावित करेगा। वहीं, कुछ राशियों के लिए यह अच्छा रहेगा। आइए जानते हैं कि किन राशि वालों के लिए यह गोचर अच्छा रहने वाला है?
वृषभ राशि
वृषभ राशि वालों के लिए यह गोचर करियर और सामाजिक जीवन में नए अवसर लाएगा। शनि का यह गोचर आपके 11वें भाव को प्रभावित करेगा। जो दोस्तों और सहकर्मियों के साथ सहयोग बढ़ाएगा। उत्तर भाद्रपद का प्रथम पद सामाजिक मान-सम्मान और आय के नए स्रोत खोलेगा। इस दौरान आपकी मेहनत को सराहना मिलेगी, और व्यवसाय या नौकरी में प्रगति होगी।
उपाय: शनिवार को काले कपड़े में काले तिल बांधकर किसी जरूरतमंद को दान करें।
कर्क राशि
कर्क राशि वालों को इस गोचर से आध्यात्मिक और भाग्य संबंधी लाभ मिलेगा। शनि आपके नवम भाव को प्रभावित करेंगे और उत्तर भाद्रपद का प्रथम पद आपके भाग्य को मजबूत करेगा। इस समय उच्च शिक्षा, विदेश यात्रा या आध्यात्मिक कार्यों में सफलता मिल सकती है। गुरु का प्रभाव आपको धार्मिक और नैतिक मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करेगा।
उपाय: शनिवार को शिवलिंग पर काले तिल और जल चढ़ाएं और शनि स्तोत्र का पाठ करें।
मकर राशि
मकर राशि शनि की अपनी राशि है और इस गोचर से मकर राशि वालों को करियर और व्यक्तिगत जीवन में स्थिरता मिलेगी। शनि इस समय मीन राशि में आपके तीसरे भाव (पराक्रम और संचार) में गोचर करेंगे। उत्तर भाद्रपद का प्रथम पद आपकी मेहनत को सफलता में बदलने में मदद करेगा। इस दौरान आप नई योजनाओं को लागू कर सकते हैं, भाई-बहनों के साथ रिश्ते बेहतर होंगे और संचार कौशल से लाभ मिलेगा। नौकरीपेशा लोगों को प्रमोशन या नई जिम्मेदारियां मिल सकती हैं।
उपाय: शनिवार को हनुमान चालीसा का पाठ करें और काले तिल या सरसों का तेल किसी जरूरतमंद को दान करें।
कुंभ राशि
कुंभ राशि वालों के लिए यह गोचर धन और सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि लाएगा। शनि आपके दूसरे भाव में होंगे और उत्तर भाद्रपद का प्रथम पद वित्तीय निर्णयों में समझदारी लाएगा। इस समय निवेश, बचत और संपत्ति से जुड़े मामलों में लाभ हो सकता है। परिवार के साथ समय बिताने से रिश्ते मजबूत होंगे। गुरु का प्रभाव आपको दीर्घकालिक योजनाओं पर ध्यान केंद्रित करने में मदद करेगा।
उपाय: शनिवार को पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं और ‘ॐ शं शनैश्चराय नमः’ मंत्र का 108 बार जाप करें।
तुला राशि
तुला राशि वालों के लिए यह गोचर स्वास्थ्य और वित्तीय स्थिरता में सुधार लाएगा। शनि आपके छठे भाव में होंगे और उत्तर भाद्रपद का प्रथम पद शत्रुओं पर विजय और कर्ज से मुक्ति दिलाएगा। इस दौरान स्वास्थ्य समस्याएं कम होंगी और मेहनत से काम में सफलता मिलेगी। गुरु का प्रभाव आपको धैर्य और अनुशासन के साथ चुनौतियों का सामना करने की शक्ति देगा।
उपाय: शनिवार को काले घोड़े की नाल का छल्ला दाएं हाथ की मध्यमा उंगली में पहनें।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।
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